उत्तरकाशी। चारोंधाम को श्राइन बोर्ड एक्ट के तहत शामिल करने के विरोध में गंगोत्री धाम मंदिर समिति के पुरोहित, पुजारियों और हक हकूकधारियों ने कलक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए आक्रोश जताया। साथ ही कलक्ट्रेट परिसर में क्रमिक धरना शुरू कर दिया। साथ ही सीजन में डोली धामों को न जाने देने की चेतावनी भी दी।
शनिवार को कलक्ट्रेट परिसर में क्रमिक धरने पर बैठे गंगोत्री धाम के पुरोहित, पुजारियों और हक हक हकूकधारियों ने सरकार के खिलाफ तीखी नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत कह रहे हैं कि तीर्थ पुरोहितों, रावल, पुजारियों के सभी हक-हकूक सुरक्षित रहेंगे। लेकिन, ये हकहकूक क्या हैं, ये सीएम को मालूम ही नहीं हैं। तीर्थपुरोहितों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार एक्ट को वापस नहीं लेती तो हम सीजन में देवी-देवताओं की डोली नहीं जाने देंगे। इस मौके पर जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण ने भी उनका समर्थन दिया। इस मौके पर राजेश सेमवाल, अरुण कुमार, दीपक सेमवाल, धर्मानंद सेमवाल, सतीश सेमवाल, गणेश, प्रेमनारायण, शैलेश, रमाकांत, हरीश सेमवाल, जितेंद्र सेमवाल, मंद्राचल सेमवाल, अनुज, हिमाद्री, बसुधैव आदि शामिल थे।