एजेंसीं न्यूज
कानपुर। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने एमआइएमआइएम के अध्यक्ष व सांसद असदुद्दीन ओवैसी पर तीखा आरोप लगाया। कहा कि महाराष्ट्र के चुनाव में ओवैसी ने भाजपा और शिवसेना को जिताने का काम किया। वह कानपुर में इंटक (राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस)के राष्ट्रीय महाधिवेशन का शुभारंभ करने के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे।
इससे पहले उन्होंने चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित दो दिवसीय महाधिवेशन का उद्घाटन किया। महाराष्ट्र में सियासी गतिरोध पर कहा कि वे राज्यपाल ने संवैधानिक मर्यादाओं का पालन करके एक-एक करके बड़ी से छोटी पार्टी के क्रम में सरकार बनाने का निमंत्रण दिया। वह बधाई के पात्र इसलिए हैं, क्योंकि गोवा और मिजोरम में ऐसा नहीं हुआ। कहा कि महाराष्ट, में क्या होगा, यह वह नहीं बता सकते। यह वहां के विधायकों को तय करना है। हालांकि उन्होंने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह ने शिवसेना से 50-50 सरकार का वादा किया था। यदि वे इस वादे को निभाते तो यह नौबत ही न आती।
इससे पहले उन्होंने महाधिवेशन को संबोधित करते कहा कि केंद्र में मजदूर विरोधी सरकार बैठी है। लाभ के सार्वजिनक उपकरण बेचने की सरकार साजिश कर रही है। सार्वजनिक क्षेत्र बर्बाद हो गया है। कहा कि भाजपा और मोदी का आजादी की लड़ाई में कोई योगदान नहीं है, इसलिए वे सरदार पटेल की मूर्ति बनाकर फायदा लेना चाहते हैं। लेकिन सरदार पटेल हमेशा दुग्ध उत्पादों पर टैक्स लगाने के विरोधी थे। जबकि इस सरकार ने अमूल दूध और चॉकलेट पर भी भारी टैक्स लगा दिया है। ईवीएम से बनी इस मोदी सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों से वही लड़ सकता है, जिसके खिलाफ सीबीआइ, ईडी आदि की जांच न चल रही हो क्योंकि सरकार आयकर से लेकर इन विभागों को हथियार बनाकर काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार उद्योगों को खड़ा करने के नाम पर श्रमिकों के काम के घंटे आठ से नौ करने का बिल ला रही है। जबकि जापान जैसा देश फाइव डे की बजाय फोर डे वीक कर रहा है। उन्होंने कांग्रेस को इंटक का सम्मान करने की नसीहत देते हुए कहा कि इंटक के नाम से कुछ फर्जी संगठन चल रहे हैं। यही असली इंटक है, इसलिए फर्जी लोग यदि नहीं मानते तो उन्हें कांग्रेस से निकालकर बाहर कर दिया जाए। दिग्विजय सिंह ने मोदी सरकार को ईवीएम से बनी सरकार करार दिया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री तारिक अनवर ने कहा कि आर्थिक मंदी से सबसे ज्यादा मजदूर प्रभावित हुआ है। इंटक इसके खिलाफ पूरे देश में लड़ाई लड़ रही है, यह कांग्रेस की विचारधारा का संगठन है। इसलिए कांग्रेस को चाहिए कि वह इंटक को मजबूत करने का कदम उठाए।