एजेंसी न्यूज
चेन्नई। तमिलनाडु के क्योमंबटूर और नागौर में एनआईए ने गुरुवार को छापेमारी की है। दोनों जगहों के कई इलाकों पर ये रेड की गई है। दरअसल, दो हिंदू संगठनों के नेताओं की हत्या के लिए एक आईएस-प्रेरित समूह द्वारा कथित साजिश के सिलसिले में ये छापेमारी की गई है। एनआइए से दुड़े सूत्रों का कहना है कि आतंकवाद विरोधी जांच एजेंसी ने कोयंबटूर में दो स्थानों पर और नागौर में एक स्थान पर ये छापेमारी की है।
सूत्रों का कहना है कि इस्लामिक स्टेट से प्रेरित समूहों द्वारा हिंदू मक्कल काची के नेता अर्जुन संपत और उनके बेटे ओमकार की हत्या की कथित साजिश की जानकारी मिली है। इसलिए ही ये छापेमारी की जा रही है। बता दें कि केंद्रीय जांच एजेंसी को साजिश के बारे में स्थानीय पुलिस ने जुलाई में अलर्ट किया था।
पिछले साल सितंबर में, कोयंबटूर पुलिस की एक विशेष जांच इकाई ने तमिलनाडु में आईएस-प्रेरित इस्लामिक समूह के सात सदस्यों द्वारा संपत की हत्या करने के लिए हिंदू मुन्नानी नेता मुक्कंबाई मणि और साक्षी सेना के नेता अंबु मारी की हत्या की साजिश रची थी। एनआईए इस संदर्भ में दक्षिण भारत में काम कर रहा है और जानकारी इकट्ठा कर रहा है। साथ ही संदिग्ध कट्टरपंथी युवाओं की गतिविधियों पर भी नजर बनाई हुई है।
जांच एजेंसी एएनआइए के अधिकारियों के अनुसार, तमिलनाडु उन भारतीय राज्यों की सूची में सबसे ऊपर है, जहां 2014 के बाद से पांच साल की अवधि के दौरान आतंक विरोधी एजेंसियों सलाफी जिहादी आतंकवादी संगठन के मॉड्यूल का पता लगा है। एनआईए ने भारत से 127 आईएस आतंकियों को गिरफ्तार करने का दावा किया है। जिनमें से वर्ष 2014 के दौरान अकेले तमिलनाडु से 33 आतंकी गिरफ्तार हुए थे।