हुकूमत एक्सप्रेस
मुरादाबाद। सरकार चाहे कितनी भी सख्ती कर ले मगर राशन डीलर गरीबों का खून चूसने से बाज नहीं आयेंगे। गरीब कार्डधारकों का हक मार-मार कर ही राशन डीलरों ने बिल्डिंगें खड़ी कर ली है। आय से अधिक सम्पत्ति कुछ ही सालों में अनेक राशन डीलरों के पास है। जिसकी अगर जांच हो तो अनगिनत राशन डीलरों की गर्दन फंसेगी।
राशन डीलरों द्वारा गरीबों के राशन को अजगर की तरह निगलने से बचाने के लिए सरकार ने बायोमैट्रिक मशीन द्वारा राशन वितरण किये जाने की व्यवस्था शुरू की है ताकि गरीबों का राशन उन तक पहुंच सके और भ्रष्ट राशन डीलर उनके हक पर डाका ना मारे। हालांकि सूत्रों के मुताबिक इसमें भी राशन डीलरों ने फर्जीवाड़ा कर रखा है जिसकी कोई सटीक जानकारी तो नहीं है मगर सूत्रों के मुताबिक अपने दोस्तों रिश्तेदारों के फर्जी राशन कार्ड बनाकर उनके अंगूठे लगाकर ही राशन डकारने में लगे है। वहीं शहर में कई राशन डीलरो ने नये राशन कार्डों के वितरण में भ्रष्टाचार मचाया हुआ है। सपा सरकार के अखिलेश यादव के फोटो छपे राशन कार्ड निरस्त कर दिये गये थे और उसके बदले नये राशन कार्ड जारी किये गये है। इन राशन कार्डों पर 10 रूपये मूल्य का प्रिंट छपा हुआ है मगर कार्डधारकों से कई राशन डीलर 30 रूपये की वसूली कर रहे है। उपभोक्ता जब इसका विरोध करता है तो राशन डीलर गाली गलौज पर उतर आते हैं और उसे राशन न देने की धमकी देते है। मजबूर उपभोक्ता 10 रूपये के कार्ड के 30 रूपये भ्रष्ट राशन डीलरो को दे रहा है।
इसकी अगर गोपनीय जांच हो तो सारी हकीकत सामने आ जायेगी कि किस तरह भ्रष्ट राशन डीलर नये राशन कार्डों के नाम पर गरीबों को खून चूस रहे है। इसी तरह गरीबों का राशन डकारकर कई राशन डीलर आय से अधिक सम्पत्ति जमा कर चुके है। शहर में ऐसे कई राशन डीलर हैं जिन्होनें गरीबो का राशन ब्लैक में बेचकर बिल्डिंगे खड़ी कर लीं। जबकि इनकी महीने की आमदनी इतनी नहीं है कि यह इमारतें बना सकें। इसकी अगर जांच हो तो सारा कच्चा चिट्ठा सामने आ जायेगा और कई राशन डीलर आय से अधिक सम्पत्ति के मामले में फंस सकते है।