लघु एवं मध्यम समाचार पत्रों के स्वामी प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने के मामले में उन्हें संदेह के घेरे मंे खड़ा कर रहे हैं

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शिशिर कुमार गुप्ता
मुरादाबाद। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्यातकों और दस्ताकारों में जहां एक नई उम्मीद जगाई कि एक जनपद एक उत्पाद योजना को लेकर सरकार उनकी हर समस्या के समाधान को लेकर तत्पर है। मुख्यमंत्री इसी के तहत लघु एवं मध्यम उद्योगों केा बढ़ावा देकर कहा कि सरकार दो वर्ष के अंदर प्रदेश के दो करोड़ युवाओं को रोजगार के अवसर दिलायेगी।
लघु एवं मध्यम समाचार पत्रों में उनकी इस दावे को लेकर आशंका पैदा हो रही है। लघु एवं मध्यम समाचार पत्रोे से संबंधित समाचार पत्र के स्वामियों का कहना है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने प्रदेश के लघु एवं मध्यम समाचार पत्रो की दशा नहीं सुधार पा रहें तो उनके इस दावे पर कैसे यकीन किया जा सकता है। क्योंकि पिछली सरकार की अपेक्षा इस सरकार ने लघु एवं मध्यम समाचार पत्र दम तोड़ते नजर आ रहे हैं और बेरोजगारी की ओर अग्रसर हो रहे है। ऐसे में रोजगार को बेरोजगार करना और आगे दो करोड़ युवाओ को रोजगार देने की बात लघु एवं मध्यम समाचार पत्रों के स्वामी इसे समझ से परे मान रहे है।
अगर वास्तव में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को अपने इस दावे को सच्चाई में बदलना है तो उन्हें निश्चित रूप से लघु एवं मध्यम समाचार पत्रों की ओर ध्यान देकर उनको जीवन यापन देना होगा।

जब विपक्ष में थे तो 74वें संविधान संशोधन की बात जोर शोर से की जाती थी लेकिन अब सत्ता में होने पर…..

मुरादाबाद। मुरादाबाद के मेयर व पार्षद मांग कर रहे हैं कि 74वां संविधान संशोधन विधान मण्डल में पारित किया जाये। इस
संबंध में पार्षदों के एक प्रतिनिधि मण्डल ने मिलकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक ज्ञापन भी दिया है। पार्षदों का कहना है कि उनके मूल अधिकारों में वृद्धि होना जरूरी है। पार्षद बताते हैं कि जब प्रदेश के उप मुख्यमंत्री श्री दिनेश शर्मा लखनऊ के महापौर थे और उन्होनें लखनऊ में महापौरों व पार्षदों का सम्मेलन बुलाया था तो उस समय इस 74वें संविधान संशोधन की जमकर वकालत की थी। परन्तु आज जब उनकी सरकार स्वयं सत्ता में है तो इसको लागू क्यों नहीं करवाया गया।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान को नगर निगम ने लगाया पलीता

मुरादाबाद। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट योजना पर संवाद करने के लिए मुरादाबाद आये थे। इससे पूर्व उन्होनें हेलीकाप्टर से शहर का चक्कर लगाया तो शहर की गंदगी देख वह हैरान रह गये। जब मुख्यमंत्री के स्वागत के लिए महापौर विनोद अग्रवाल के साथ अन्य नेता वहां पहुंचे तो मुख्यमंत्री ने महापौर विनोद अग्रवाल से शहर साफ न होने की बात कही और मुख्यमंत्री की नाराजगी भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ बैठक में भी दिखी। मुख्यमंत्री की बात का महापौर के पास कोई जवाब नहीं। इस तरह से यह बात स्पष्ट हो गई कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान को मुरादाबाद नगर निगम जहां उनकी पार्टी का ही पहापौर है तो अन्य किसी को क्या दोष दें?
यहां यह बताना आवश्यक है कि महापौर के साथ साथ कहीं न कहीं इसकी जिम्मेदारी नगर निगम के अधिकारियों पर भी आती है। भाजपा पार्षदों ने हुकूमत एक्सप्रेस को बताया कि जब बीते दिनो प्रदेश के नगर विकास मंत्री मुरादाबाद आये थे तो वह अपनी बात नगर निगम के अधिकारियो के लिए उनके समक्ष रखना चाहते थे। परन्तु उन्होनें साफ कहा कि वह किसी की शिकायत सुनने नहीं आये हैं केवल अपने काम की बात करने आये है और यह कहकर नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारी के गले में हाथ डालकर गाड़ी में बैठकर चले गये। भाजपा पार्षद इससे सकते में रह गये। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि भाजपा कार्यकर्ता सरकार को लेकर कोई अच्छी भावना मन में नहीं रख रहा है जिसका प्रभाव आगामी चुनाव में पड़ सकता है।

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