हुकूमत एक्सप्रेस
मुरादाबाद। काफी समय पहले किरायेदारो के सत्यापन का अभियान पुलिस द्वारा छेड़ा गया था मगर दो चार दिन चलने के बाद ही यह टांय टांय फिस्स हो गया। नतीजा यह है कि बिना पुलिस सत्यापन के ही शहर में लाखों किरायेदार रह रहे है। मकान मालिक भी सारे नियम कानूनो को ताक पर रखकर ऐसे लोगों को कमरे किराये पर दे देते हैं। करूला क्षेत्र में किरायेदारों की सबसे ज्यादा भरमार है। अब किस मकान में कौन संदिग्ध हो किसी को कुछ नहीं पता। जब कभी कोई आपराधिक या आतंकी गतिविधियो में लिप्त पाया जाता है तब पुलिस को किरायेदारों के सत्यापन की याद आती है और फिर दो चार दिन अभियान चलकर ठंडे बस्ते में चला जाता है। यह हाल तब है जब मुरादाबाद जनपद अति संवेदनशील शहरो की सूची में है।
पुलिस को चाहिये कि थाना स्तर पर क्षेत्र के गणमान्य लोगों व जन प्रतिनिधियो के सहयोग से जागरूकता अभियान चलाते हुए मकान मालिकों के सहयोग से किरायेदारो का सत्यापन कराये और उनका रिकार्ड थाने में रखे ताकि कभी कोई घटना होने पर पुलिस को लकीर न पीटनी पड़े। साथ ही पुलिस सत्यापन अनिवार्य होने से कोई संदिग्ध मकान किराये पर लेकर किसी अप्रिय घटना को अंजाम नहीं दे पायेगा।