हुकूमत एक्सप्रेस
मुरादाबाद। अच्छा कमीशन नगर निगम में बैठे साहब को नहीं मिल पा रहा तो इसका असर निर्माण कार्यों पर पड़ रहा है। औसम नहीं आने पर ठेकेदार निविदायें ही नहीं डाल रहे। यही वजह है कि शहर में कई स्थानों पर जर्जर मार्गों के टेण्डर नहीं निकल पा रहे है।
गलशहीद चैराहे से सियालकोट तिराहे तक का मार्ग काफी समय से जर्जर है। मुख्यमंत्री के गड्ढा मुक्त प्रदेश को यह मार्ग आईना दिखा रहा है। यहां के रहने वाले लोगों ने कई बार नगर निगम मंे इसकी शिकायत की। यहां तक की एक व्यक्ति द्वारा मुख्यमंत्री के आॅनलाइन शिकायत पोर्टल आईजीआरएस पर 31 जनवरी 2018 में शिकायत भी दर्ज कराई गई। इस पर नगर निगम मुरादाबाद द्वारा आख्या दी गई कि मौके का स्थलीय निरीक्षण करा लिया गया है। जल्द ही गड्ढे भर दिये जायेंगे। परन्तु 6 माह बीतने पर भी गड्ढे नहीं भरे गये सड़क और ज्यादा जर्जर हो गयी। शिकायत कर्ता ने प्रमुख सचिव उत्तर प्रदेश से शिकायत की तो इस बार नगर निगम ने जवाब दिया कि उक्त कार्य को कोई ठेकेदार करने को तैयार नहीं है। अगली बोली में फिर निविदा आमंत्रित की जायेगी।
इस सम्बन्ध में नगर निगम के कुछ नामित ठेकेदारों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि वह लोग कमीशन तो पहले से देते चले आ रहे है। लेकिन अब जीएसटी लगने पर कमीशन लेने वाले साहब लोगों और कर्मचारियो से कहा कि कमीशन थोड़ी कम कर लीजिये जीएसटी लग रही है। औसत नहीं आ रहा तो इस पर किसी ने भी कमीशन कम करने से इंकार कर दिया। इसलिए वह लोग नगर निगम के काम बहुत कम ले रहे है। अब नगर निगम के कामों में औसत नहंी रहा है।
कुल मिलाकर कमीशन और जीएसटी के चक्कर में शहर के अनगिनत मार्ग जर्जर हालत में है और मुख्यमंत्री का गड्ढा मुक्त प्रदेश का ख्वाब कमीशनबाजी की भेंट चढ़ रहा है।