सीएम हिमंत विश्व शर्मा ने किस बात के लिए मांगी माफी

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सीएम हिमंत विश्व शर्मा ने किस बात के लिए मांगी माफी, संसद में ऐसा क्या हुआ
असम के सीएम हिमंत विश्व शर्मा ने कांग्रेस सांसद के बयान को लेकर माफी मांगी है। उन्होंने बिना नाम लिए कहा कि एक सांसद ने संसद में वक्फ विधेयक पर चर्चा के दौरान कहा कि मुसलमानों को सड़कों पर ईद की नमाज अदा करने की अनुमति नहीं मिली। उनके इस बयान के लिए मैं माफी मांगता हूं।
कांग्रेस सांसद के बयान को लेकर मांगी माफी।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान माफी मांगी। उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात पर ‘शर्मिंदगी’ महसूस हो रही है कि उनके राज्य के एक सांसद ने संसद में वक्फ विधेयक पर चर्चा के दौरान कहा कि मुसलमानों को सड़कों पर ईद की नमाज अदा करने की अनुमति नहीं मिली। सीएम हिमंत विश्व शर्मा ने इस बयान के लिए माफी मांगी। सीएम शर्मा ने कैबिनेट की बैठक के बाद कहा, ‘‘असम के लोग भी सड़कों पर नमाज अदा नहीं करना चाहते हैं, क्योंकि राज्य में खूबसूरत मस्जिदें हैं।’’
बता दें कि हिमंत विश्व शर्मा कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई का जिक्र कर रहे थे, हालांकि उन्होंने सीधे तौर पर कोई नाम नहीं लिया। दरअसल, विधेयक पर चर्चा के दौरान गोगोई ने मुसलमानों को सड़कों पर ईद की नमाज अदा करने से कथित तौर पर रोकने के लिए सरकार की आलोचना की थी। उन्होंने अल्पसंख्यक अधिकारों को लेकर भाजपा की प्रतिबद्धता पर भी सवाल उठाया था। सीएम हिमंत विश्व शर्मा ने कहा, ‘देश भर से लोग मुझे इस बारे में फोन कर रहे हैं। हम शर्मिंदा हैं और मुख्यमंत्री के तौर पर मैं देशभर के लोगों से माफी मांगता हूं।’’
‘सांसद ने एक समुदाय की भूमिका उजागर की’
सीएम हिमंत विश्व शर्मा ने कहा कि मुसलमानों की ओर से ऐसी कोई मांग नहीं की गई कि वे सड़कों पर नमाज अदा करना चाहते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सांसद की टिप्पणी से यह धारणा बनी है कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम में केवल एक समुदाय ने योगदान दिया। सीएम ने कहा, ‘‘सांसद ने केवल एक समुदाय की भूमिका को उजागर किया। महात्मा गांधी, गोपीनाथ बोरदोलोई, सुभाषचंद्र बोस या अन्य प्रमुख लोगों का कोई उल्लेख नहीं था।’’
पंचायत चुनावों पर बोले सीएम हिमंत
वहीं राज्य में दो और सात मई को दो चरणों में होने वाले पंचायत चुनावों में भाजपा की संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर सीएम हिमंत विश्व शर्मा ने कहा, ‘‘यह सभी चुनावों में अच्छा होगा – पंचायत, राभा हसोंग परिषद, बोडोलैंड प्रादेशिक परिषद और विधानसभा चुनाव क्योंकि असम के लोगों को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर बहुत भरोसा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘असम के एक सांसद द्वारा संसद में दिए गए अतिवादी बयान ने हमें दुखी किया है और हम इस पर शर्म महसूस कर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि असम के लोग ‘‘समय आने पर ऐसे लोगों को सबक सिखाएंगे।’’