केजरीवाल के लिए अब आगे की राह क्यों आसान नहीं, जानिए उनके लिए क्या हैं 4 टेंशन

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केजरीवाल के लिए अब आगे की राह क्यों आसान नहीं, जानिए उनके लिए क्या हैं 4 टेंशन
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के लिए आगे की राह मुश्किल है। केजरीवाल को भविष्य में 4 बड़ी टेंशन से सामना करना होगा। आइए जानते हैं केजरीवाल की इन परेशानियों के बारे में।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की हार से अरविंद केजरीवाल को बड़ा झटका लगा है। खुद अरविंद केजरीवाल भी चुनाव में अपनी सीट नहीं बचा पाए और नई दिल्ली सीट से चुनाव हार गए। इसके साथ ही आम आदमी पार्टी का दिल्ली में बीते दो चुनावों से लगातार जीत का सिलसिला भी थम गया है। अब सवाल ये उठता है कि दिल्ली में हार के बाद आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल का अगला कदम क्या होगा? अरविंद केजरीवाल के लिए अब आगे की राह क्यों आसान नहीं है? आइए जानते हैं कि उनके लिए 4 बड़ी टेंशन की बातें कौन सी हैं।
भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने बार-बार कहा है कि सत्ता में आने के बाद वह आम आदमी पार्टी की सरकार के कार्यकाल के दौरान किए गए कथित भ्रष्टाचारों की फाइल खोलेगी। भाजपा का दावा है कि आम आदमी पार्टी के कई नेताओं को जेल जाना पड़ सकता है। भाजपा के निर्वाचित विधायक रविंदर सिंह नेगी का कहना है कि आप के सभी नेता दागी हैं। सभी नेता जेल जाएंगे और हमारी कैबिनेट के गठन के बाद पहली बैठक में ही CAG रिपोर्ट पेश की जाएगी और आप के सभी नेता जेल जाएंगे।आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल कथित दिल्ली शराब घोटाला मामले में जमानत पर बाहर हैं। जमानत पर बाहर आने के बाद केजरीवाल ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था। केजरीवाल ने कहा था कि अब वह सीएम की कुर्सी पर तभी बैठेंगे जब जनता उन्हें चुनेगी। हालांकि, चुनाव में केजरीवाल और AAP की करारी शिकस्त हुई। अब दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद ये अटकलें लगाई जा रही हैं कि शराब घोटाला मामले में केजरीवाल की फिर से गिरफ्तारी की मांग बढ़ सकती है। दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी केवल 22 सीटों पर सिमट कर रह गई है। केजरीवाल, मनीष सिसोदिया समेत पार्टी के कई दिग्गज नेता चुनाव हार चुके हैं। वहीं, दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी को चुनाव में 48 सीटें मिली हैं। ऐसे में दिल्ली में आम आदमी पार्टी में टूट की संभावना जताई जा रही है। माना जा रहा है कि आने वाले कुछ दिनों में AAP के कई विधायक और नेता पाला बदलकर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकते हैं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में हार आम आदमी पार्टी के लिए एक बड़ा झटका है। ऐसा इसलिए भी है कि दिल्ली को अब तक आम आदमी पार्टी का गढ़ माना जा रहा था। AAP हर राज्य में दिल्ली मॉडल की ही बात करती थी। अब पंजाब ही ऐसा राज्य है जहां आम आदमी पार्टी की सरकार है। ऐसे में लगातार राजनीतिक कयास लगाए जा रहे हैं कि पंजाब में आम आदमी पार्टी में बगावत हो सकती है। कांग्रेस ने भी AAP में बगावत का दावा किया है।