‘पाकिस्तान से आतंकी आ रहे हैं, आप उन्हें क्यों नहीं रोक रहे’, ओवैसी ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना
ओवैसी ने कहा कि पाकिस्तान से आकर आतंकवादी हमारे गरीब मजदूरों, नागरिकों की हत्या कर रहे हैं। केंद्र सरकार क्या कर रही है? उन्हें रोक क्यों नहीं रही?
एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने जम्मू-कश्मीर में बढ़ती आतंकी घटनाओं को लेकर केंद्र सरकार निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से आकर आतंकवादी हमारे नागरिकों की हत्या कर रहे हैं। अभी यूपी के दो गरीब मजदूरों को गोली मार दी। ये तो मोदी सरकार की नाकामी है कि पाकिस्तान से आतंकवादी आकर हमारे नागरिकों की हत्या कर रहे हैं।
कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी उपराज्यपाल के पास है और अगर वहां आतंकी हमले हो रहे हैं तो भाजपा को जिम्मेदारी लेनी चाहिए। मैं कह रहा हूं कि पाकिस्तान से आतंकी आ रहे हैं, आप उन्हें क्यों नहीं रोक रहे हैं?…मोदी सरकार क्या कर रही है? उन्हें रोकना, उन्हें गिरफ्तार करना सरकार की जिम्मेदारी है। यह नरेंद्र मोदी सरकार की नाकामी है कि वे आतंकियों को रोक नहीं पा रहे हैं।
ओवैसी से फारूक अब्दुल्ला को उस बयान को लेकर सवाल किया गया था जिसमें उन्होंने आतंकी हमलों के पीछे राज्य को अस्थिर करने की साजिश की आशंका जताई थी। बडगाम आतंकी हमले पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा, इसकी जांच होनी चाहिए। ऐसा कैसे हुआ कि सरकार आई और यह सब हो रहा है। मुझे संदेह है कि यह उन लोगों द्वारा किया गया है जो सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे थे। अगर वे (आतंकवादी) पकड़े जाते हैं तो हमें पता चल जाएगा कि यह कौन कर रहा है। उन्हें नहीं मारा जाना चाहिए, उन्हें पकड़ा जाना चाहिए और पूछा जाना चाहिए कि इसके पीछे कौन है। हमें जांच करनी चाहिए कि क्या कोई एजेंसी है जो उमर अब्दुल्ला की सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रही है।
फारूक अब्दुल्ला के इस बयान का बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने जवाब दिया। उन्होंने कहा, “सरकार उचित जांच कर रही है लेकिन अगर उन्हें ऐसा कुछ लग रहा है, अगर उनके पास ऐसी कोई जानकारी है तो वे अब विपक्ष में नहीं हैं, उन्हें इसे साझा करना चाहिए। जब उनकी सरकार को अस्थिर करने की बात आती है, तो क्या यह वही शक्ति नहीं है, जिससे उन्होंने सत्ता में आने के लिए दोस्ती की थी? शायद अब आपको उसी शक्ति से निपटना होगा। उन्होंने कहा था कि हमें पाकिस्तान के साथ बातचीत करने की जरूरत है या तो यह आपका डर है या फिर अगर आपके पास कोई जानकारी है, तो कृपया इसे केंद्र सरकार और एलजी के साथ साझा करें।”