गर्दन पर जमी काली लाइन और मस्से होना नहीं है नार्मल, हो सकती है शरीर में इस गंभीर बीमारी की शुरुआत, जानें कैसे करें बचाव?
अगर आपक गर्दन भी बहुत ज़्यादा काली हो गई है और आप साफ कर-कर के थक गए हैं फिर भी यह हटने का नाम नहीं ले रही तो हो सकता है कि आपके शरीर में इस गंभीर बीमारी की शुरुआत हो गई है।
कई लोगों की गर्दन पर कालेपन की एक पतली लाइन और ढेर सारे मस्से होते हैं। ज़्यादातर लोग इसे मैल समझते हैं और उसे साफ़ करने के लिए लोग कई तरह के घरेलू नुस्खे आज़माते हैं लेकिन मैल जस का तस रहता है। वहीं, मस्सों के लिए स्किन डॉक्टर के पास जाते हैं। ऐसे में आपने कभी सोचा है कि आखिर इतनी साफ़ सफाई के बाद भी गर्दन साफ़ क्यों नहीं होती है। और बार बार स्किन टैग कैसे आ जाते हैं? अगर आपका जवाब ना है तो आपको सावधान होने की जरूरत है। दरअसल, जिसे जिसे आप गर्दन की मैल समझ रहे हैं वो गंदगी नहीं बल्कि प्रीडायबिटीज की शरुआत हो सकती है। जी, हां चलिए जानते हैं काली गर्दन और मस्से से डायबिटीज का क्या कनेक्शन है?
इंसुलिन रेजिस्टेंटस बढ़ने से गर्दन हो जाती है काली:
जब खून में इंसुलिन की मात्रा बढ़ जाती है तो इस वजह से गर्दन का रंग काला पड़ने लगता है। एकैन्थोसिस नाइग्रिकन्स स्किन पर धब्बे का कारण बनते हैं। ऐसे में तुरंत ब्लड शुगर टेस्ट कराना चाहिए। गर्दन के रंग का काल पड़ना और वहां मस्से आना डाइबिटीज होने का एक बड़ा संकेत है। त्वचा के मस्से ब्लड में हाई ट्राइग्लिसराइड्स से भी जुड़े हैं जो डायबिटीज की वजह से होता है। शोध के अनुसार आपको इंसुलिन रेजिस्टेंटस या हाइपरट्राइग्लिसराइडिमिया जब होती है तब ये समस्याएं हमारी स्किन पर दिखने लगती हैं। डायबिटीज एक लाइफ स्टाइल से जुड़ी बीमारी है। यह बीमारी पूरी तरह से लाइलाज है, हालांकि इसे बेहतर खान पान के बदौलत कंट्रोल किया जा सकता है।
गर्दन के काले दाग से कैसे मिलेगा छुटकारा?
अपनी लाइफ स्टाइल में बदलाव लाकर आप प्रीडायबिटीज के लक्षणों को आसानी से कंट्रोल कर सकते हैं। गर्दन के काले दाग को हटाने के लिए आप अपने जीवनशैली में अच्छी डाइट को फॉलो करें, नियमित रूप से व्यायाम करें, स्ट्रेस कम लेना, अपनी डाइट में हेल्दी चीज़ों को शामिल करना, साथ ही अच्छी नींद लें। इन हलके फुल्के बदलाव से आप इस बीमारी को कंटोल कर सकते हैं।