अखिलेश यादव ने समझाई ‘EXIT POLL की क्रोनोलॉजी’, BJP पर साधा निशाना; कही ये बात
लोकसभा चुनाव का मतदान समाप्त होने के बाद एग्जिट पोल के आंकड़े सामने आ गए हैं। वहीं अखिलेश यादव ने एक्स पर एक पोस्ट करके एग्जिट पोल की क्रोनोलॉजी समझाई है।लखनऊ: लोकसभा चुनाव का मतदान सात चरणों के तहत संपन्न हो चुका है। इस बीच शनिवार को एग्जिट पोल के आंकड़े जारी किए। एग्जिट पोल में इंडी गठबंधन को हार मिलती नजर आ रही है। हालांकि इंडी गठबंधन के तमाम नेता इन आंकड़ों को झूठा साबित करने में लगे हुए हैं। इस बीच समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी एग्जिट पोल को झूठा ही बताया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक पोस्ट किया है। अपनी पोस्ट के जरिए उन्होंने एग्जिट पोल की क्रोनोलॉजी समझाई है।
सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर अपनी पोस्ट में अखिलेश यादव ने लिखा है कि ‘एक्ज़िट पोल की क्रोनोलॉजी समझिए’। आगे उन्होंने लिखा है ‘विपक्ष ने पहले ही घोषित कर दिया था कि भाजपाई मीडिया भाजपा को 300 पार दिखाएगा, जिससे घपला करने की गुंजाइश बन सके। आज का ये भाजपाई एग्जिट पोल कई महीने पहले ही तैयार कर लिया गया था बस चैनलों ने चलाया आज है। इस एग्जिट पोल के माध्यम से जनमत को धोखा दिया जा रहा है। इस एग्जिट पोल को आधार बनाकर भाजपाई सोमवार को खुलने वाले शेयर बाजार से जाते-जाते लाभ उठाना चाहते हैं।’ अखिलेश यादव ने आगे लिखा है कि ‘अगर ये एग्जिट पोल झूठे न होते और सच में भाजपा हार न रही होती तो भाजपा वाले अपनों पर ही इल्जाम न लगाते। भाजपाइयों के मुरझाए चेहरे सारी सच्चाई बयान कर रहे हैं। भाजपाई ये समझ रहे हैं कि पूरे देश का परिणाम चंडीगढ़ के मेयर के चुनाव की तरह बदला नहीं जा सकता है, क्योंकि इस बार विपक्ष पूरी तरह से सजग है और जनाक्रोश भी चरम पर है। भाजपा से मिले हुए भ्रष्ट अधिकारी भी सर्वोच्च न्यायालय की सक्रियता देखकर धांधली करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं, साथ ही वो जनता के क्रोध का भी शिकार नहीं होना चाहते हैं।’
उन्होंने आगे लिखा है कि ‘इंडिया गठबंधन के सभी कार्यकर्ता, पदाधिकारी और प्रत्याशी ईवीएम की निगरानी में एक प्रतिशत भी चूक न करें। इंडिया गठबंधन जीत रहा है। इसीलिए चौकन्ने रहकर मतगणना कराएं और जीत का प्रमाणपत्र लेकर ही विजय का उत्सव मनाएं।’ एक अन्य पोस्ट में अखिलेश यादव ने लिखा है कि ‘Exit Poll का आधार EVM नहीं DM है। प्रशासन याद रखे जनशक्ति से बड़ा बल और कोई नहीं होता।’