यूपी पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले में बड़ी कार्रवाई, भर्ती बोर्ड की अध्यक्ष को हटाया गया, इस अधिकारी को कमान
यूपी पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले में भर्ती बोर्ड की अध्यक्ष रेणुका मिश्रा को हटा दिया गया है और राजीव कृष्ण को भर्ती बोर्ड की जिम्मेदारी सौंपी गई है। गौरतलब है कि पेपर लीक होने के बाद इस परीक्षा को रद्द कर दिया गया था।
लखनऊ: यूपी पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले में बड़ी कार्रवाई की गई है। भर्ती बोर्ड की अध्यक्ष रेणुका मिश्रा को पद से हटा दिया गया है। अब राजीव कृष्ण को भर्ती बोर्ड की जिम्मेदारी सौंपी गई है। बता दें कि उत्तर प्रदेश में 60,000 से अधिक कांस्टेबल भर्ती पदों के लिए 48 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने भाग लिया था। पेपर लीक होने के बाद इस परीक्षा को रद्द कर दिया गया था।
रेणुका मिश्रा को अभी प्रतीक्षारत किया गया है, यानी कहीं पोस्टिंग नहीं दी गई है। वहीं राजीव कृष्णा को निदेशक सतर्कता अधिष्ठान के साथ DG भर्ती बोर्ड का भी चार्ज दिया गया है। पेपर लीक मामले में अब तक कई लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। हालही में उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले में एसओजी सर्विलांस सेल, एसटीएफ यूनिट गोरखपुर और इटावा पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। उनके पास से अभ्यर्थियों की मार्कशीट, एडमिट कार्ड, ब्लैंक चेक, मोबाइल फोन और लैपटॉप बरामद हुआ था। इससे पहले इस मामले में पेपर लीक के आरोपी नीरज यादव को भी गिरफ्तार किया जा चुका है। वह बलिया का रहने वाला है और पहले मर्चेंट नेवी में नौकरी करता था। हालांकि बाद में उसने नौकरी छोड़ दी थी। उसे ही मथुरा के एक शख्स ने आंसर की भेजी थी। एसटीएफ इस मामले में जांच कर रही है।सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि अभ्यर्थियों के जीवन के साथ खिलवाड़ नहीं होने देंगे। अधिकारियों को अगले 6 महीने में फिर से पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा कराने का आदेश दे दिया गया है। उन्होंने कहा था कि हम लोगों ने पहले दिन से ही संकल्प लिया था कि नियुक्ति की प्रक्रिया अगर ईमानदारी पूर्वक आगे नहीं बढ़ पा रही है तो यह युवाओं के साथ खिलवाड़ है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसे राष्ट्रीय पाप बताते हुए कहा था कि अगर युवा के साथ अन्याय होता है तो यह राष्ट्रीय पाप है। हम लोगों ने पहले दिन से तय किया है कि युवाओं के जीवन और उनके भविष्य के साथ जो खिलवाड़ करेगा, हम लोग भी जीरो टॉलरेंस की नीति को अपनाकर उन तत्वों से उतनी ही सख्ती और कठोरतम तरीके से निपटने का काम करेंगे। सरकार ने शुरू में जो कार्रवाई शुरू की थी, एक बार फिर ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने जा रही है। क्योंकि हम लोग तकनीकी का उपयोग करते हैं, तो हम लोगों के समान ही वे तत्व भी तकनीकी का उपयोग करने लगते हैं