उत्तराखंड के हल्द्वानी में क्यों भड़की हिंसा, क्यों देना पड़ा शूट एट साइट का ऑर्डर? यहां समझें

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उत्तराखंड के हल्द्वानी में क्यों भड़की हिंसा, क्यों देना पड़ा शूट एट साइट का ऑर्डर? यहां समझें
उत्तराखंड के हल्द्वानी के बनभूलपुरा इलाके में गुरुवार को अतिक्रमण हटाने गई टीम को भारी हिंसा का सामना करना पड़ा गया। अराजक तत्वों ने पुलिस और प्रशासन के ऊपर पथराव कर दिया और कई वाहनों में आग लगा दी है। सीएम धामी ने दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश जारी कर दिए हैं।उत्तराखंड में नैनीताल जिले के हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में गुरुवार को स्थिति काफी गंभीर हो गई। अवैध अतिक्रमण को गिराने की कार्रवाई के क्रम में क्षेत्र में पहुंची नगर निगम और पुलिस की टीम को भारी हिंसा का सामना करना पड़ा है। यहां बड़े स्तर पर हिंसा भड़क गई। विशेष समुदाय के लोगों ने पुलिस टीम पर पथराव शुरू कर दिया, जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। लेकिन ये स्थिति आई क्यों? क्या है ये पूरा विवाद? राज्य के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने क्यों दिया है दंगाइयों को देखते ही गोली मारने का आदेश? आइए जानते हैं इन सभी सवालों के जवाब हमारी इस खबर के माध्यम से। हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में बृहस्पतिवार को नगर निगम ने जेसीबी मशीन लगाकर अवैध मदरसा एवं नमाज स्थल को ध्वस्त कर दिया। जैसे ही प्रशासन का बुलडोजर अवैध मस्जिद और मदरसे पर चला तब वहां तनाव का माहौल बन गया और आक्रोशित भीड़ ने वहां कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया और जेसीबी को भी तोड़ दिया। इसके बाद क्षेत्र में पैदा हुई हिंसक स्थिति को देखते हुए कर्फ्यू लगा दिया गया है और दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए गए हैं। राज्य के सीएम पुष्कर धामी ने भी राजधानी देहरादून में उच्च स्तरीय बैठक बुलाकर हालात की समीक्षा की तथा अराजक तत्वों से सख्ती से निपटने के लिए निर्देश जारी किए हैं।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश की सरकारी जमीनों पर बने अवैध अतिक्रमण को हटाने के निर्देश दिए हुए हैं। इसी क्रम में बनभूलपुरा के इंदिरा नगर क्षेत्र में मलिक के बगीचे में बने अवैध मदरसे एवं नमाज स्थल को नगर निगम की टीम ने जेसीबी मशीन लगाकर ध्वस्त कर दिया। इसके बाद आसपास रहने वाले तमाम कथित अराजक तत्वों ने पुलिस और प्रशासन के ऊपर पथराव कर दिया जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। जानकारी के अनुसार, इस दौरान वहां मौजूद कई पत्रकारों को भी चोटें आयी हैं। यह भी कहा जा रहा है कि अवैध हथियारों से पुलिस पर फायरिंग भी की गई है। उत्तराखंड के डीजीपी अभिनव कुमार ने बताया है कि आज शाम करीब 4 बजे कोर्ट के आदेश पर जिला प्रशासन और पुलिस की संयुक्त टीम बनभूलपुरा, हल्द्वानी में अतिक्रमण विरोधी अभियान चला रही थी, जिसका विरोध करते हुए कुछ असामाजिक तत्वों ने पथराव और आगजनी की। यह भी कहा जा रहा है कि अवैध हथियारों से पुलिस पर फायरिंग की गई। इसके बाद डीआईजी कुमाऊं तुरंत मौके पर पहुंचे और वहां अतिरिक्त पुलिस बल भी बुलाया गया है। सीएम ने कुछ देर पहले अपने आवास पर एक आपातकालीन बैठक बुलाई है और फिलहाल क्षेत्र में स्थिति नियंत्रण में है।
पुलिस ने बताया है कि हलद्वानी में भड़की हिंसा को संभालने के लिए राज्य सरकार ने भी गृह मंत्रालय से अतिरिक्त पुलिस बल की मांग की है। गृह मंत्रालय की 4 अतिरिक्त केंद्रीय बलों की कंपनियां सरकार के पास उपलब्ध हैं। डीजीपी अभिनव कुमार ने कहा है कि मेरे पास उपलब्ध जानकारी के अनुसार, कई पुलिस कर्मियों और प्रशासन के अधिकारियों को चोटें आई हैं और उन्हें अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है। आने वाले दिनों में घटना के पीछे के लोगों की पहचान की जाएगी और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय ने बताया है कि मदरसा व नमाज स्थल पूरी तरह अवैध है। अवैध मदरसे एवं नमाज स्थल को सील कर दिया गया था और अब इसे ध्वस्त कर दिया गया है। इस दौरान सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह, एसडीएम परितोष वर्मा व थाना वनभूलपुरा एसओ नीरज भाकुनी समेत भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात रही। इस हिंसक वारदात के बाद हल्द्वानी में तनाव बना हुआ है। पुलिस बल लगातार गश्त कर रही है। उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है। बचाव में पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े हैं।
हल्द्वानी के बनभूलपुरा इलाके में हुई हिंसा पर उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रशासन की एक टीम कोर्ट के आदेश के बाद अतिक्रमण विरोधी अभियान के लिए गई थी। वहां असामाजिक तत्वों ने पुलिस के साथ विवाद किया। कुछ पुलिस कर्मियों और प्रशासनिक अधिकारियों को चोटें आईं। पुलिस और केंद्रीय बलों की अतिरिक्त कंपनियां वहां भेजी जा रही हैं। हमने सभी से शांति बनाए रखने की अपील की है। कर्फ्यू लगा हुआ है। आगजनी करने वाले दंगाइयों और अतिक्रमणकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक के साथ हालातों की समीक्षा की है।

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