लखनऊ. जी-20 और ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दौरान जिस तरह राजधानी लखनऊ को सजाया गया था अब उसी तरह अयोध्या को संवारा जा रहा है। इसके लिए अयोध्या नगर निगम प्रशासन लखनऊ नगर निगम से सलाह, मदद ले रहा है। निगम के आला अफसर अयोध्या का दौरा भी कर चुके हैं।
लखनऊ में सड़क निर्माण के साथ, हरियाली, लाइटिंग, डिवाइडरों की रंगाई-पुताई, सफाई करवाई गई थी। इस पर 50 करोड़ से अधिक बजट खर्च हुआ था। शहीद पथ, वृंदावन योजना के अलावा उन जगहों को विशेष तौर पर सजाया गया था, जहां अतिथि ठहरे थे या जहां वे घूमने गए थे। इन इलाकों के चौराहों पर सुंदर गमले लगाने के साथ वार्टिकल गार्डेन बनाए गए थे। दीवारों पर चित्रकारी कराई थी। स्ट्रीट लाइट के पोलों पर एलईडी स्टिप लगाई थी, ताकि रात में सड़कें जगमगाएं।
इन रास्तों के नाले ढक दिए गए थे। अवैध होर्डिंग, अतिक्रमण हटाने के साथ आवारा पशु पकड़े गए थे। अफसर अयोध्या नगर निगम को बता रहे हैं कि उन्होंने यह सब कैसे किया? जिन ठेकेदारों और एजेंसियों ने काम किया, उनकी भी जानकारी दी गई। अयोध्या प्रशासन अब इनसे काम कराने की तैयारी में है।
कैटिल कैचिंग का विशेष दस्ता भी गया
लखनऊ नगर निगम ने मार्ग प्रकाश टावर, सफाई, एंटी स्मॉग गन, पानी का छिड़काव करने वाले टैंकर, मोबाइल शौचालय वाली गाड़ियां और कैटिल कैचिंग दस्ता भी भेजा है। दस्ते में उन कर्मचारियों को ही रखा है, जो आवारा कुत्तों और छुट्टा गोवंश पकड़ने में माहिर हैं। पशु कल्याण अधिकारी भी भेजे गए हैं।
बताया, कैसे संवारा था राजधानी को
नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह और अपर नगर आयुक्त अवनींद्र सिंह तीन दिन पहले अयोध्या गए थे। नगर आयुक्त तो उसी दिन लौट आए, लेकिन अपर नगर आयुक्त तीन दिन बाद आए। उन्होंने बताया कि अयोध्या नगर निगम प्रशासन को जानकारी दी गई कि जी-20 और ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दौरान कैसे व्यवस्थाएं कीं। किन एजेंसियों को लगाया था। उद्यान अधीक्षक गंगाराम गौतम ने बताया कि अयोध्या में चौराहे और सड़क पर कैसे फूलों, गमलों से सजावट कर सकते हैं।
लापरवाह कंपनी भी पहुंच गई अयोध्या
लखनऊ नगर निगम में ठेके पर सफाई करने वाली एक लापरवाह कंपनी भी अयोध्या में काम कर रही है। जानकारों ने बताया कि यह दो-तीन महीने से जुगाड़ से वहां काम कर रही है। उसे 1500 कर्मचारी लगाने का ठेका मिला है। लखनऊ में इस कंपनी को आए दिन काम में लापरवाही पर नोटिस तो जारी होते ही रहे, जुर्माना भी लगाया जाता रहा। कंपनी अयोध्या में भी लापरवाही बरत सकती है।