प्रेमी ने प्रेमिका की भरी मांग और खाई मिठाई, इसके बाद एक ही रस्सी से एक साथ दोनों ने लगा ली फांसी
मेरठ के बहसूमा थाना क्षेत्र में इस आत्महत्या प्रकरण से हर कोई सकते में है। दोनों के परिवार परेशान हैं। हर कोई हैरान है कि दोनों एक-दूसरे से इतना प्यार करते थे कि एक ही रस्सी से दोनों ने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
मेरठ: आपने अक्सर सुना होगा कि इस संसार में सच्चे प्यार को अपनी मंजिल नहीं मिलती है। ऐसा ही कुछ हुआ प्रदेश के मेरठ जिले में। यहां एक प्रेमी युगल ने प्यार को अंजाम तक ना पहुंचता देख एक साथ एक ही समय में और एक ही रस्सी से फांसी लगा ली। मामला मेरठ के बहसूमा थाना क्षेत्र का है। यहां एक प्रेमी युगल ने अपने प्रेम को परवान चढ़ता हुआ ना पाकर मौत को गले लगा लिया।
फांसी के फंदे पर झूलने से पहले प्रेमी ने अपनी प्रेमिका की मांग में सिंदूर भरा और दोनों ने मिठाई खाई। घटना की जानकारी मिलते ही क्षेत्र में हड़कंप मच गया, मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को मोर्चरी भेज दिया। प्रेमी युगल की मौत के बाद दोनों का परिवार सकते में है, वहीं पुलिस इसे प्रथमदृष्टया आत्महत्या मानते हुए जांच कर रही है।उत्तराखंड के हरिद्वार जिले का था प्रेमी युवक
मामला दो राज्यों से जुड़ा हुआ है, प्रेमी उत्तराखंड के हरिद्वार जिले का रहने वाला है जबकि प्रेमिका उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले की रहने वाली है। हरिद्वार जिले के लक्सर में रहने वाले मनीष 6 माह पूर्व अपनी बहन की ससुराल में रहने के लिए आया था, यहां उसकी मुलाकात बहसूमा थाना क्षेत्र की रहने वाली राखी से हुई। दोनों के बीच बातचीत का सिलसिला शुरू हुआ। बातचीत से आगे बढ़ते हुए दोनों के बीच प्रेम का अंकुर फूट गया और दोनों साथ जीने-मरने की कसम खाई। प्रेमी पहले से ही था शादीशुदा
मनीष पहले से ही शादीशुदा था, इसलिए वह राखी से शादी नही कर पा रहा था। हालांकि उसने राखी से वादा किया था कि वह अपनी पत्नी को तलाक देकर राखी से शादी करेगा। लेकिन राखी जल्दी ही शादी की जिद पर अड़ गई, पहली पत्नी के होते हुए मनीष दूसरी शादी नही कर सकता था, इसलिए इस प्रेमी युगल ने मौत को गले लगा लिया। रामराज चौकी से लगभग 2 किलोमीटर दूर एक नीम पेड़ पर मनीष और राखी के शव पुलिस को झूलते हुए मिले है।
नीम के पेड़ पर एक साथ लगाई दोनों ने फांसी
इस प्रेमी युगल को भले ही जीते जी साथ रहने को नहीं मिला, पर सात जन्म साथ रहने का वादा उन्होंने एक साथ जान देकर पूरा कर दिया। विगत शनिवार को राखी के बुलाने पर मनीष हरिद्वार से बाइक पर सवार होकर बहसूमा के रामराज पहुंचा, रास्ते से उसने एक रस्सी और मिठाई खरीदी, गांव के कोने पर पहुंच कर मनीष ने राखी को बाइक पर बैठाया और जंगल पहुंच गया। बाइक पर खड़े होकर नीम के पड़े पर रस्सी का फंदा तैयार किया और प्रेमी युगल ने हंसते हुए दुनिया को अलविदा कह दिया।