पत्नी ने भाई की जान बचाने के लिए डोनेट की किडनी, पति ने मांगे 40 लाख, नहीं मानी तो दे दिया तलाक
25 साल पहले तरन्नुम का निकाह पड़ोसी गांव के निवासी मोहम्मद रशीद के साथ हुआ था। शादी के 5 साल बाद तक तरन्नुम को कोई संतान न होने पर गोंडा जिले के धानेपुर थाना क्षेत्र में अपने भाई की जान बचाने के लिए गुर्दा (किडनी) दान करने वाली महिला को विदेश में नौकरी कर रहे उसके पति द्वारा तीन तलाक दिए जाने का मामला सामने आया है। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी पति के खिलाफ मामला दर्ज कर छानबीन की जा रही है। सदर क्षेत्र की पुलिस क्षेत्राधिकारी शिल्पा वर्मा ने शुक्रवार को बताया कि पीड़ित महिला तरन्नुम (42) की तहरीर पर जिले के धानेपुर थाने में उसके पति मोहम्मद रशीद के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
दूसरी शादी कर कमाने सऊदी गया पति
25 साल पहले धानेपुर थाना क्षेत्र के बौरियाही गांव की निवासी तरन्नुम का निकाह पड़ोसी गांव जैतापुर के निवासी मोहम्मद रशीद के साथ हुआ था। शादी के 5 साल बाद तक तरन्नुम को कोई संतान न होने पर मोहम्मद रशीद ने दूसरी शादी कर ली और खुद कमाने के लिए सऊदी अरब चला गया। सीओ ने बताया कि मुंबई में रहकर सिलाई का काम करने वाले तरन्नुम के बड़े भाई मोहम्मद शाकिर की किडनी खराब थी और उसका इलाज मुंबई के जसलोक अस्पताल में चल रहा था। डॉक्टरों ने उसका जीवन बचाने के लिए किडनी ट्रांसप्लांट किए जाने की सलाह दी। इस पर तरन्नुम ने अपने भाई की जान बचाने के लिए सऊदी अरब में अपने पति से बात करके अपनी एक किडनी भाई को दान कर दी।
दर्ज शिकायत के हवाले से सीओ ने बताया कि बाद में तरन्नुम के पति ने उसे फोन कर भाई को किडनी देने के बदले में उससे 40 लाख रुपये मांगने के लिए कहा। तरन्नुम के मना करने पर करीब 4 महीने पहले उसके पति ने वाट्सएप पर फोन कर तीन बार तलाक बोलकर उसे तलाक दे दिया। तरन्नुम ने यह बात ससुराल वालों को बताई जिन्होंने उसे घर से निकाल दिया। तब से वह अपने मायके में ही रह रही है। सीओ वर्मा ने कहा कि धानेपुर थाने में पीड़ित महिला की शिकायत पर उसके पति के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।