टिमहाराष्ट्र के शनेश्वर मंदिर में भ्रष्टाचार की जांच के आदेश, डिप्टी सीएम फड़णवीस ने कहा दोषियों पर होगी कार्रवाई
शनि शिंगणापुर के शनेश्वर मंदिर में भ्रष्टाचार के मामले की जांच की जाएगी। सचिव स्तर के अधिकारियों को जांच का जिम्मा सौंपा जाएगा। इसकी घोषणा डिप्टी सीएम ने आज विधान परिषद में सदन की कार्यवाही के दौरान की।
नागपुरः महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फड़णवीस ने बुधवार को विधान परिषद में कहा कि शनि शिंगणापुर शहर में स्थित शनेश्वर मंदिर में भ्रष्टाचार की जांच होगी। फड़णवीस ने सदन के सदस्यों को बताया कि जांच के लिए सचिव स्तर के अधिकारियों की नियुक्ति की जाएगी। संगठनों के सभी लेनदेन का ऑडिट किया जाएगा। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और विधायक चन्द्रशेखर बावनकुले के ध्यानआकर्षण प्रस्ताव पर डिप्टी सीएम ने मंदिर में भ्रष्टाचार की जांच के आदेश दिए। बीजेपी विधायक ने देवस्थान समिति को भंग करने की भी मांग की है।
आरोपियों पर होगी कड़ी कार्रवाई
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि शनेश्वर मंदिर न्यासी अधिनियम 2018 लागू किया जाएगा। फड़णवीस ने कहा कि मंदिर में भ्रष्टाचार करने वाले लोगों को बक्शा नहीं जाएगा। सभी आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि इस मंदिर में भ्रष्टाचार के आरोप काफी समय से लग रहे थे। इसकी जांच की मांग सत्ताधारी दल के विधायकों ने भी सरकार से की थी।
जानें क्या है पूरा मामला
बता दें कि शनि शिंगणापुर में श्री शनिश्वर देवस्थान में न्यासी बोर्ड द्वारा 1800 श्रमिकों को अनौपचारिक रूप से भर्ती किया गया था। यह संख्या आवश्यकता से कई गुना अधिक है और इनमें से सैकड़ों श्रमिकों को घर बैठे वेतन दिया जा रहा है। मंदिर क्वार्टर पर दर्शन के लिए 500 रुपये की फर्जी रसीद छपवाकर 2 करोड़ रुपये का गबन करने का आरोप है। मंदिर को मिलने वाला दान एक निजी शिक्षण संस्थान को दिया जा रहा है। 24 घंटे बिजली आपूर्ति होने पर प्रति माह 40 लाख का डीजल जलता था। मंदिर के सौंदर्यीकरण के लिए 20 करोड़ रुपये का फंड आवंटित किया गया था, हालांकि 50 करोड़ रुपये खर्च करने के बावजूद 50 से 60 फीसदी काम अभी भी बाकी है।
विपक्ष का प्रदर्शन
महाराष्ट्र में विपक्षी दलों के विधायकों ने 140 से अधिक सांसदों के निलंबन के विरोध में बुधवार को अपनी बांहों पर काली पट्टी बांधी। राज्य की विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार, कांग्रेस के विधायक अशोक चव्हाण, राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी(राकांपा) (शरद पवार समूह) के नेता अनिल देशमुख, कांग्रेस विधायक सतेज पाटिल और कई अन्य विधायकों ने नागपुर में विधान भवन की सीढ़ियों पर केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ नारे लगाए जहां शीतकालीन सत्र चल रहा है