‘हमास का हमला एक आतंकी घटना थी, लेकिन…’, जफर सरेशवाला ने दिया बड़ा बयान

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‘हमास का हमला एक आतंकी घटना थी, लेकिन…’, जफर सरेशवाला ने दिया बड़ा बयान
जफर सरेशवाला ने उम्मीद जताई है कि हमास और इजरायल के बीच चल रही जंग जल्द ही खत्म हो जाएगी और मिल-बैठकर इस मसले का हल निकालना ही क्षेत्र के लिए सही रहेगा।
गुजरात के व्यवसायी जफर सरेशवाला ने हमास द्वारा इजरायल पर हमले को एक आतंकी घटना करार दिया है। हालांकि उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि इजरायल जो कर रहा है, वह भी गलत है। उन्होंने कहा, ‘हमास ने 7 अक्टूबर को जो किया वह एक आतंकवादी घटना है। इसका किसी भी हाल में समर्थन नहीं किया जा सकता। लेकिन अब इजरायल जो कर रहा है, वह भी गलत है। अगर इजरायल को लगता है कि वह गाजा में घुसकर हमास को खत्म कर सकता है, तो यह गलत है। जिन लोगों के पास कुछ खोने को ही नहीं बचा, जो सिर्फ आपको नुकसान पहुंचाना चाहते हैं, उनसे कैसे बचेंगे। सरेशवाला ने हमास और फिलिस्तीनियों को अलग-अलग करार दिया। उन्होंने कहा, ‘UN के अध्यक्ष ने एक बार कहा था कि गाजा पट्टी पूरी धरती का सबसे बड़ा जहन्नुम है, तो ऐसे में इजरायल हवाई हमलों या टैंक के जरिए हमास को खत्म नहीं कर सकता। हमास तो पूरे फिलिस्तीन में है ही नहीं। वेस्ट बैंक में तो दूसरे पक्ष के लोग हैं। वहां हमास को फिलिस्तीनी पसंद नहीं करते। तो यह कहना कि हमास ही फिलिस्तीन है। यह बिल्कुल गलत है। इस जंग का एक ही हल है, 2 स्टेट्स का। इजरायल पूरी इज्जत के साथ फिलिस्तीन के अस्तित्व को सम्मान दे।
अभी चल रही जंग जल्द ही खत्म हो जाएगी’
सरेशवाला ने कहा कि अभी चल रही जंग जल्द खत्म हो जाएगी जिसमें ईरान,अमेरिका, UN और मिडिल ईस्ट मिलकर रास्ता निकालेंगे। उन्होंने कहा, ‘जो लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर इजरायल का साथ देने का आरोप लगा रहे हैं, उन्होंने उनके ट्वीट को सही तरीके से नहीं पढ़ा। प्रधानमंत्री ने हमास के हमले को आतंकवादी हमला करार दिया, जो हमारे देश मे भी होता रहा है। भारत सरकार कभी भी आतंकवाद का सपोर्ट नहीं करती और वही मोदी ने किया। PMO की तरफ से आज जो बयान आया है उसमें गाजा पर इजरायल के हमले की भी निंदा की गई है।’
सरेशवाला ने कहा कि फिलिस्तीन को लेकर पिछले 5 दशकों से हमारा जो स्टैंड है, वह अब भी कायम है। उन्होंने कहा, ‘मैं इजरायल से लेकर वेस्ट बैंक तक में गया हूं। इजरायल में फिलिस्तीनी और अरब लोग आराम से रहते हैं। मिलकर काम करते हैं। इजरायल में कई ऐसी जगहें हैं जहां मस्जिद,चर्च और यहूदियों की इबादतगाह एक साथ है। वहां आपको लगेगा ही नहीं कि फिलिस्तीन और इजरायल के बीच कोई झगड़ा या तल्खी है। मैंने इजरायल में रहते हुए यहूदी के घर भी डिनर किया तो मुस्लिम अरब के घर भी गया। इसलिए मैं इस भरोसे से कह सकता हूं कि यह जंग खत्म हो जाएगी।’

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