‘सीमा हैदर को PAK नहीं भेजा तो 26/11 जैसे हमले होंगे’, मुंबई पुलिस को आया धमकी भरा फोन; एजेंसियां जांच में जुटी
सीमा हैदर और नोएडा के सचिन की दोस्ती ऑनलाइन गेमिंग के जरिए हुई थी, जो बाद में प्यार में तब्दील हो गई। इंडिया टीवी ने सीमा हैदर से खास बातचीत की है, जिसमें सीमा ने कई चौंकाने वाला दावे किए हैं और ये भी बताया है कि बिना वीजा के भारत आने का रास्ता क्या है।
पबजी गेम खेलते-खेलते पाकिस्तान की रहने वाली चार बच्चों की मां सीमा हैदर को हिंदुस्तान में रहने वाले सचिन से प्यार हो गया। अपने प्यार को पाने के लिए अपने चारों बच्चों के साथ भारत आई सीमा हैदर इस वक्त चर्चा में बनी हुई हैं। सीमा हैदर को लेकर मुंबई पुलिस को धमकी भरा कॉल आया है। कॉलर ने उर्दू भाषा में कहा है कि अगर सीमा हैदर वापस पाकिस्तान नहीं आई तो भारत का नाश होगा। कॉलर ने मुंबई के ट्रैफिक कंट्रोल रूम में कॉल करके धमकी दी कि 26/11 जैसे आतंकी हमले के लिए तैयार रहना। ये कॉल 12 जुलाई को मुंबई पुलिस के कंट्रोल रूम को आई जिसके बाद इस मामले की जांच की जा रही है।
इससे पहले इंडिया टीवी ने सीमा हैदर से खास बातचीत की है, जिसमें सीमा ने कई चौंकाने वाला दावे किए हैं और ये भी बताया है कि बिना वीजा के भारत आने का रास्ता क्या है। सीमा ने बताया कि वह 7-8 साल से कराची में रह रही थीं लेकिन उनका गांव वहां से दूर है। गौरतलब है कि सीमा हैदर और नोएडा के सचिन की दोस्ती ऑनलाइन गेमिंग के जरिए हुई थी, जो बाद में प्यार में तब्दील हो गई।
सीमा ने बताया कि वह सचिन के साथ शुरुआत में पबजी के जरिए ऑनलाइन गेम खेलती थी। फिर नंबर एक्सचेंज हुए। हम दोनों एक दूसरे को वीडियो कॉल करते थे और अपना देश दिखाते थे। कोई बारात वगैरह निकलती थी तो वह भी ये (सचिन) दिखाते थे। मुझे ये रोमांचक लगा कि ये इंडिया से हैं और मैं पाकिस्तान से हूं और हम दोनों बात कर रहे हैं। फिर हमने मिलने की सोची लेकिन न ही सचिन के पास पासपोर्ट था और न मेरे पास था। पहला पासपोर्ट मेरा खारिज हो गया क्योंकि मेरा नाम केवल सीमा था। फिर दोबारा मैंने सीमा गुलाम हैदर के नाम से दोबारा पासपोर्ट बनवाया, उसमें मेरा वीजा लग गया।’नेपाल में नहीं लगता वीजा, ये जानकर वहीं तय किया प्लान’
सीमा ने बताया कि सचिन ने कई बार पासपोर्ट वालों को पैसे भी दिए लेकिन वो कोई न कोई कागज की कमी बता देते थे। फिर हमें नेपाल का पता लगा कि वहां इंडियन बिना वीजा के ऐसे ही आ सकते हैं। तो हमने इनसे कहा कि वहां आ जाओ, हम वहीं मिलेंगे। जब ये आए गए तो कोई कड़ी चेकिंग नहीं हुई। वो आराम से छोड़ देते हैं। इसलिए मेरे दिमाग में ये बैठ गया था कि हम दोबारा भी यहीं से आएंगे।