‘मुस्लिम समाज को अपना वोट बैंक समझने वाले नेताओं की चिंताएं बढ़ीं’, दानिश अंसारी ने ऐसा क्यों कहा
बीजेपी नेता दानिश आजाद अंसारी ने कहा कि मुस्लिम वोट बैंक के ठेकेदारों की हमेशा से यह चाहत रही है कि मुस्लिम समाज विकास से वंचित और अशिक्षित रहे, वह केवल उनका वोट बैंक ही बना रहे।
उत्तर प्रदेश के इकलौते मुस्लिम मंत्री दानिश आजाद अंसारी का एक बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि बीजेपी को मुसलमान के समर्थन वाले रुख से मुस्लिम समाज को अपना वोट बैंक समझने वाले नेताओं की चिंताएं बढ़ गई हैं। दानिश आजाद अंसारी ने कहा कि यूपी में बीजेपी सरकार द्वारा बिना किसी भेदभाव के सरकारी योजनाओं का लाभ दिए जाने के कारण मुस्लिम समाज जागरूक हो गया है।बीजेपी मंत्री ने कहा कि मुस्लिम समाज अमन की राह पर चल पड़ा है और एकजुट होकर तरक्की, रोजगार व शिक्षा की तरफ आगे बढ़ रहा है।
प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण एवं वक्फ राज्यमंत्री ने समाजवादी पार्टी और AIMIM पर निशाना साधते हुए कहा कि मुस्लिम समाज की अच्छी तस्वीर और उसकी तरक्की के साथ ही देश के विकास में उसकी भागीदारी, मुस्लिम समाज को अपना वोट बैंक समझने वाले तथाकथित नेताओं को रास नहीं आ रही है। इससे इन लोगों की चिंताएं काफी बढ़ गई हैं। हैं।” उन्होंने कहा कि मुस्लिम वोट बैंक के ठेकेदारों की हमेशा से यह चाहत रही है कि मुस्लिम समाज विकास से वंचित और अशिक्षित रहे, वह केवल उनका वोट बैंक ही बना रहे। अब मुस्लिम समाज को बरगला नहीं सकता- दानिश
अंसारी ने बीजेपी सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ मुस्लिम समाज की तरक्की के लिए पूरी ईमानदारी से काम कर रहे हैं। यही कारण है कि अब मुस्लिम समाज भी खुलकर बीजेपी के पक्ष में वोटिंग कर रहा है। अंसारी ने कहा कि आजमगढ़ और रामपुर के लोकसभा उपचुनाव और 60 फीसदी मुस्लिम आबादी वाले रामपुर विधानसभा क्षेत्र के हालिया उपचुनाव में बीजेपी की ऐतिहासिक जीत से यह साफ भी हो गया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि कोई भी नेता अब मुस्लिम समाज को बरगला नहीं सकता।