पाकिस्तान को क्यों सता रहा भारत से एक और हमले का डर, जानें क्या बोले पाक सेनाध्यक्ष?
पाकिस्तान को आखिर क्यों भारत से एक और हमले का डर सता रहा है, क्या वाकई भारत पाकिस्तान पर कोई हमला करने वाला है?…अचानक ये चर्चा इसलिए उठी है कि पाकिस्तान के नए सेना अध्यक्ष आसिम मुनीर ने स्वयं भारत द्वारा पाकिस्तान पर हमले की आशंका जताई है।
पाकिस्तान को आखिर क्यों भारत से एक और हमले का डर सता रहा है, क्या वाकई भारत पाकिस्तान पर कोई हमला करने वाला है?…अचानक ये चर्चा इसलिए उठी है कि पाकिस्तान के नए सेना अध्यक्ष आसिम मुनीर ने स्वयं भारत द्वारा पाकिस्तान पर हमले की आशंका जताई है। पाकिस्तानी सेना अध्यक्ष को डर सता रहा है कि भारत उनके देश पर कोई बड़ा हमला कर सकता है। इस आशंका के बीच पाकिस्तानी सेना के अध्यक्ष मुनीर ने हाल ही में एलओसी का दौरा भी किया है। उन्होंने एलओसी के मौजूदा हालात का जायजा लिया।
एलओसी का दौरा करने के बाद पाकिस्तानी सेना के अध्यक्ष ने कहा कि भारत अगर पाकिस्तान पर हमला करता है तो वह युद्ध के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए भारत के हर हमले का पाकिस्तान की सेना कड़ा जवाब देगी। वह नियंत्रण रेखा के रखचिकारी सेक्टर के सीमावर्ती क्षेत्रों में शनिवार को दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने पाकिस्तानी सेना के जवानों से मुलाकात के दौरान संबोधन में यह बात कही। आसिम मुनीर के अनुसार भारत पाकिस्तान पर हमले का मन बना रहा है। उन्होंने कहा कि अगर भारत ने हमला किया तो हमारी सेना जवाब देने को तैयार है।पाकिस्तान को क्यों सता रहा डर
हाल ही में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर यानि पीओके पर भारत का हक है। भारत उसे लेकर रहेगा। कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35-ए हटाने के बाद रक्षामंत्री के इस बयान को पाकिस्तान ने बेहद गंभीरता से लिया है। रक्षामंत्री के बयान के बाद भारतीय सेना के अध्यक्ष जनरल मनोज पांडेय ने भी कहा था कि सरकार आदेश दे तो हम पीओके वापस लेने के लिए तैयार हैं। पाकिस्तान से पीओके वापस लेने के इस बयान के बाद से ही वहां खलबली मची है। अब पाकिस्तान को पीओके और देश के अन्य हिस्सों पर हमले का डर सता रहा है। इसीलिए पाक सेना के अध्यक्ष ने एलओसी का दौरा किया है। इधर कश्मीर में स्थिरता लाने के बाद भारत अब पूरी तरह से पीओके लेने को प्रतिबद्ध दिखाई दे रहा है। भारत का कहना है कि जब तक पूरा कश्मीर हम वापस नहीं ले लेते, तब तक चैन से बैठने वाले नहीं हैं।