पाकिस्तान की सेना से क्यों डरे इमरान ?… पार्टी नेताओं को जारी किया ये फरमान
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के कट्टर दुश्मन आसिम मुनीर के सेनाध्यक्ष बनते ही देश की राजनीति नया करवट लेने लगी है। इमरान खान ने अपनी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआइ) के नेताओं और सोशल मीडिया टीम को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि सेना की आलोचना न हो।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के कट्टर दुश्मन आसिम मुनीर के सेनाध्यक्ष बनते ही देश की राजनीति नया करवट लेने लगी है। इमरान खान ने अपनी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआइ) के नेताओं और सोशल मीडिया टीम को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि सेना और नए सेनाध्यक्ष (सीओएएस) जनरल आसिम मुनीर की कोई आलोचना न होने पाए। द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार पीटीआइ के एक सूत्र के बताया कि पार्टी नेताओं और सोशल मीडिया प्रबंधकों के एक व्हाट्सऐप ग्रुप में खान ने कहा, “कृपया सुनिश्चित करें कि नए प्रमुख और सेना कर्मियों की कोई आलोचना न हो। जबकि इमरान खान नहीं चाहते थे कि उनके कट्टर दुश्मन आसिम मुनीर को सेना की कमान मिले।
दरअसल पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रहते आसिम मुनीर आइएसआइ के प्रमुख थे, मगर नाराजगी के चलते इमरान खान ने मुनीर को चीफ के पद से हटा दिया था। तब से मुनीर और इमरान के रिश्ते खराब हो गए थे। अब आसिम मुनीर पाकिस्तान के मौजूदा पीएम शहबाज शरीफ के करीबी हैं। इमरान खान ने सेनाध्यक्ष की नियुक्ति मनमर्जी से करने का आरोप लगाकर पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ की जमकर आलोचना की थी। वह नहीं चाहते थे कि मुनीर को सेनाध्यक्ष बनाया जाए। मगर शहबाज शरीफ ने मुनीर को ही इसके लिए उपयुक्त माना। इसके बाद यह माना जा रहा था कि पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान और अधिक हमलावर हो सकते हैं। मगर मौके की नजाकत को देखते हुए इमरान ने पाला बदल लिया है। अब वह सेना प्रमुख और सेना के खिलाफ कोई भी टिप्पणी करने से खुद तो परहेज कर ही रहे हैं। साथ ही पार्टी के अन्य नेताओं को भी यही निर्देश दिया है।
क्यों बदला इमरान का रवैया
इमरान खान का यह निर्देश सैन्य प्रतिष्ठान के साथ बिगड़े रिश्तों को फिर से बनाने की पार्टी की कोशिश समझी जा रही है। पीटीआई सूत्र ने कहा कि जनरल मुनीर की सेना प्रमुख के रूप में नियुक्ति के बाद खान भी नहीं चाहते कि उनके प्रधानमंत्री रहते सेना से संबंध का साया नए सेनाध्यक्ष पर पड़े। पीटीआइ के वरिष्ठ नेता फवाद चौधरी ने अपने नेताओं और सोशल मीडिया टीम को खान के नए निर्देश की पुष्टि या खंडन नहीं किया, लेकिन कहा कि पार्टी की नीति सेना के साथ टकराव नहीं है। बुधवार को खान ने एक ट्वीट में जनरल साहिर शमशाद मिर्जा को नए सीजेसीएससी और जनरल मुनीर को सीओएएस के रूप में बधाई दी। इमरान जानते हैं कि अब सेना प्रमुख से पंगा लेने का मतलब चुनाव में अपना नुकसान करवाना है। इसलिए अब इमरान ने अपना स्टैंड बदल लिया है.
इमरान ने जताया सेना पर यह भरोसा
इमरान ने उम्मीद जताते कहा, “नया सैन्य नेतृत्व राष्ट्र और राज्य के बीच पिछले 8 महीनों में निर्मित विश्वास की कमी को समाप्त करने के लिए काम करेगा। राज्य की ताकत उसके लोगों से प्राप्त होती है। जबकि खान को शुरू में सेना प्रमुख के रूप में जनरल मुनीर की नियुक्ति के बारे में आपत्ति थी, लेकिन बाद में उन्होंने अपनी नीति बदल दी और कहा कि उन्हें कोई आपत्ति नहीं होगी, भले ही उन्हें सीओएएस बनाया गया हो। द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, अपने प्रीमियर के दौरान खान ने समय से पहले ही मुनीर को आइएसआइ के महानिदेशक के पद से हटा दिया था, जब मुनीर ने कथित तौर पर खान के करीबी कुछ लोगों के कथित भ्रष्ट आचरण के बारे में सूचित किया था।