मुंबई। मनी लॉन्ड्रिंग जैसे गंभीर मामलों में समन जारी करने के लिए प्रवर्तन निदेशालय ने पुख्ता तंत्र विकसित किया है। इसके तहत समन अब इलेक्ट्रॉनिक रूप से जेनरेट किए जाएंगे। इस समन पर यूनिक दफ उङ्मीि लगा होगा जिसे स्कैन करके प्राप्त समन की वास्तविकता और प्रामाणिकता को सत्यापित किया जा सकता है। जब स्कैन किया जाता है, तो क्यूआर कोड उन्हें ईडी के पोर्टल पर ले जाता है, जहां समन में उल्लिखित पासकोड दर्ज करके समन का विवरण देखा जा सकता है। ईडी ने हाल ही में एक अंतर्राज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो हाई प्रोफाइल व्यक्तियों और व्यवसायियों को जाली समन/नोटिस तैयार करता था और उन्हें धमकी देता था। गिरोह ने निप्पॉन पेंट्स के अध्यक्ष और निदेशक को जाली समन जारी किया, उन्हें दिल्ली ईडी कार्यालय में उपस्थित होने और पीएमएलए के तहत कार्यवाही में भाग लेने का निर्देश दिया। कंपनी के मालिक को जैसे ही फजीर्वाड़ा का संदेह हुआ वैसे ही वह इस मामले को ईडी के संज्ञान में लाया, जिसने गिरोह से संपर्क किया और उन्हें बातचीत के लिए दिल्ली आने को कहा। कुछ हिचकिचाहट के बाद, गिरोह के सदस्य मान गए और ईडी और दिल्ली पुलिस की एक टीम ने उन्हें किंगपिन अखिलेश मिश्रा सहित गिरफ्तार कर लिया। विज्ञप्ति में कहा गया है कि गिरफ्तार किए गए अन्य लोगों में दर्शन हरीश जोशी भी मुंबई से हैं ।
।और देवेंद्र दुबे भारत सरकार के स्टीकर वाली कार में ईडी अधिकारी बनकर आए थे।