कपाट बंद होने के बाद कड़ाके की ठंड में केदारनाथ को संवारने में जुटे 350 मजदूर, जोरों पर चल रहा काम

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रुद्रप्रयाग
कड़ाके की ठंड में केदारनाथ में पुनर्निर्माण के दूसरे चरण के कार्य तेजी से किए जा रहे हैं। इन दिनों यहां 350 से अधिक मजदूर भवन निर्माण व अन्य कार्यों में लगे हुए हैं। इस वर्ष दिसंबर तक केदारनाथ में कई कार्य पूरे करने का लक्ष्य रखा गया है।
बीते 27 अक्तूबर को केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने के बाद केदारपुरी में सिर्फ पुनर्निर्माण कार्य से जुड़े कार्यदायी संस्थाओं के मजदूर व कुछ अन्य लोग हैं। साथ ही केदारपुरी में सुरक्षा को लेकर पुलिस के जवान भी तैनात हैं। धाम में पुनर्निर्माण के तहत दूसरे चरण के कार्य चल रहे हैं जिसमें 21 कार्य किए जाने हैं। इन कार्यों में दस कार्य इसी वर्ष दिसंबर तक पूरा करने का लक्ष्य रखा हुआ है।
इन दिनों केदारनाथ में यात्रा कंट्रोल एंड कमांड सेटर, वाटर एटीएम, ईशानेश्वर मंदिर, रेन शेल्टर, मंदाकिनी नदी किनारे दुकानों का निर्माण कार्य किया जा रहा है। निर्माण कार्य जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण-लोनिवि और वुड स्टोन कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा किया जा रहा है।
डीडीएमए के अधिशासी अभियंता प्रवीण कर्णवाल ने बताया कि केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्यों में इन दिनों 350 मजदूर काम कर रहे हैं। बीते एक सप्ताह से सुबह और शाम को ठंड बढ़ गई है लेकिन दोपहर को चटक धूप खिलने से कुछ राहत मिल रही है। मौसम ने साथ दिया तो दिसंबर तक वाटर एटीएम और रेन सेल्टर सहित अन्य कई कार्य पूरे कर दिए जाएंगे।
आगामी यात्रा के लिए पुलिस अधिकारी, जवानों ने दिए सुुझाव
आगामी केदारनाथ यात्रा में यात्री व्यवस्थाओं व मूलभूत सुविधाओं की बेहतरी को पुलिस के सहयोग से डी-ब्रीफिंग कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित व पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल की मौजूदगी में आयोजित कार्यक्रम में आगामी यात्रा की बेहतरी के लिए किन-किन क्षेत्रों में सुधार की आवश्यकता है पर यात्रा ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों ने अपने सुझाव दिए। डीएम ने कहा कि हमें आगामी यात्रा तैयारियों को लेकर एकजुट प्रयास अभी से शुरू करने हैं जिसमें प्राप्त सुुझाव लाभकारी साबित होंगे। पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने कहा कि यात्रा का अनुभव बहुत अच्छा रहा।

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