राजस्थान में गाय लेकर विधानसभा पहुंचे बीजेपी विधायक, शोर-शराबे के बीच बिदक कर भागी, पकड़ने के लिए नेताओं ने लगाई दौड़
गाय के भाग जाने पर बीजेपी विधायक ने कहा, “देखिए निश्चित रूप से गोमाता भी सरकार से रूष्ट हैं। उन्होंने सरकार से मांग की लम्पी से बीमार गायों की देखभाल के लिए दवाओं व टीकों आदि की पूरी व्यवस्था की जाए।”
राजस्थान में गाय लेकर विधानसभा पहुंचे बीजेपी विधायकगाय वहां के शोर-शराबे के बीच बिदक कर भाग गई
गोवंश में फैले लंपी चर्म रोग की ओर राज्य सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक विधायक सोमवार को एक गाय लेकर विधानसभा परिसर तक पहुंचे। हालांकि यह गाय वहां के शोर-शराबे के बीच बिदक कर भाग गई और विधायक के साथी लोग उसे पकड़ने की कोशिश करते नजर आए। राजस्थान विधानसभा के सातवें सत्र की बैठक सोमवार को फिर शुरू हुई। पुष्कर से भाजपा विधायक सुरेश सिंह रावत एक गाय लेकर विधानसभा परिसर की ओर पहुंचे। इस पर मीडिया वाले उनकी ओर लपके। अपने हाथ में लाठी पकड़े हुए विधायक ने कहा कि पूरे राजस्थान में गोवंश लंपी बीमारी से ग्रस्त है लेकिन राज्य सरकार सो रही है।
नेताओं का भाषण सुन भागी गाय!
विधायक मीडिया से बात कर ही रहे थे कि वहां हो रहे शोर-शराबे से गाय बिदक गई और वहां से भाग खड़ी हुई। गाय लाने वाले दो लोग उसे पकड़ने के लिए पीछे भागते नजर आए। विधायक रावत ने कहा, “लंपी की ओर ध्यान आकर्षित करने के लिए मैं विधानसभा (परिसर) में गोमाता लेकर आया।” गाय के भाग जाने पर उन्होंने कहा, “देखिए निश्चित रूप से गोमाता भी सरकार से रूष्ट हैं। उन्होंने सरकार से मांग की लंपी से बीमार गायों की देखभाल के लिए दवाओं व टीकों आदि की पूरी व्यवस्था की जाए।” उल्लेखनीय है कि इस मुद्दे को लेकर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के तीन विधायकों ने सदन में भी नारेबाजी की ओर आसन के सामने धरने पर बैठे।
केंद्र सरकार लंपी रोग को राष्ट्रीय आपदा घोषित करे: गहलोत
इन विधायकों ने हाथ में ‘गोमाता करे पुकार हमे बचा लो सरकार’ लिखे पोस्टर ले रखे थे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सदन परिसर में संवाददाताओं से कहा कि केंद्र सरकार लंपी रोग को राष्ट्रीय आपदा घोषित करे। उन्होंने कहा, “हमारी प्राथमिकता है कि लंपी चर्म रोग से गायों की जान कैसे बचे, लेकिन वैक्सीन भारत सरकार देगी, दवाइयां वो उपलब्ध करवाएगी तो ऐसी स्थिति में हम तो भारत सरकार से मांग कर रहे हैं कि आप राष्ट्रीय आपदा घोषित करो।”