पणजी। जहां एक ओर कांग्रेस पार्टी भारत जोड़ो यात्रा कर रही है वहीं गोवा से कांग्रेस में बड़ी फूट की खबर सामने आ रही है। कांग्रेस के टिकट पर चुनकर आए 11 में 8 विधायकों ने कांग्रेस का साथ छोड़ दिया है। ये 8 विधायक बीजेपी में शामिल हो गए हैं। जो विधायक बीजेपी से जुड़े हैं उनमें पूर्व सीएम और मडगांव विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक दिगंबर कामत, कलंगुट सीट से कांग्रेस विधायक मायकल लोबो ,उनकी पत्नी और अंजुना सीट से विधायक दिलायला लोबो,एमएलए केदार नाइक और राजेश फलदेशाई हैं। जानकारी के मुताबिक आज शाम सीएम प्रमोद सावंत और गोवा बीजेपी के अध्यक्ष सदानंद तनावड़े आठों विधायकों को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सकते हैं। 11 में से 8 विधायकों के जाने के बाद गोवा कांग्रेस के पास सिर्फ 3 विधायक बचेंगे जिसके कारण बागियों पर दलबदल कानून नहीं लगेगा और वो बीजेपी पार्टी में विलय कर सकेंगे। इनमे से कुछ को मंत्री बनाया जा सकता है।
कांग्रेस के पास अब सिर्फ तीन विधायक
40 सीटों वाली गोवा विधानसभा में भाजपा के पास 20 विधायक थे। वहीं कांग्रेस के पास 11 सीटें थीं। इसके अलावा महाराष्ट्रवादी गोमांतक के पास दो व गोवा फॉरवर्ड पार्टी की एक सीट है। वहीं अन्य के खाते में छह सीटें हैं। कांग्रेस के आठ विधायकों के भाजपा में शामिल होते ही कांग्रेस के पास विधानसभा में सिर्फ तीन सीटे ही बची हैं। वहीं भाजपा की संख्या बढ़कर 28 हो गई।
विधानसभा में प्रस्ताव पेश
इसके साथ ही गोवा कांग्रेस विधायक दल ने विधानसभा के अंदर भाजपा में विलय का प्रस्ताव पारित किया। विपक्ष के नेता माइकल लोबो ने सात अन्य विधायकों की मौजूदगी में प्रस्ताव पेश किया, जिसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री व विधायक दिगंबर कामत ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया।
2019 में भी हुआ था ऐसा
गौरतलब है कि 2019 में भी कांग्रेस को भाजपा ने इसी तरह का झटका दिया था। जुलाई, 2019 में कांग्रेस के 10 विधायक भाजपा में शामिल हो गए थे।