आंध्र प्रदेश में विनाइल के बैनरों पर लगाया गया बैन, कपड़े के बैनरों को लेकर राज्य के सीएम ने कही ये बात
राज्य के मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने कहा, ‘‘हमारा प्रयास 2027 तक आंध्र प्रदेश को प्लास्टिक मुक्त बनाना है। विनाइल के बैनरों पर प्रतिबंध इस दिशा में उठाया गया पहला कदम है।’’
हमारा प्रयास 2027 तक आंध्र प्रदेश को प्लास्टिक मुक्त बनाना है: सीएम”विनाइल के बैनरों पर प्रतिबंध इस दिशा में उठाया गया पहला कदम है””तिरुमाला-तिरुपति शहर में प्लास्टिक के प्रयोग पर बैन के अच्छे रिजल्ट मिल रहे”
आंध्र प्रदेश सरकार ने प्लास्टिक उत्पादों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत शुक्रवार को राज्य भर में विनाइल के बैनरों के इस्तेमाल पर बैन लगा दिया। विनाइल एक प्रकार का प्लास्टिक होता है। राज्य के मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी(YS Jagan Mohan Reddy) ने कहा कि पर्यावरण की रक्षा के लिए विनाइल के बैनरों के स्थान पर कपड़े के बैनरों का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने यहां पार्लेज फॉर ओशन्स(Parley for the Oceans) नामक अमेरिकी संगठन के साथ साझेदारी के तहत बड़े पैमाने पर समुद्र तटों की सफाई का कार्यक्रम शुरू किया। 2027 तक राज्य को प्लास्टिक मुक्त बनाएंगे
मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने कहा, ‘‘हमारा प्रयास 2027 तक आंध्र प्रदेश को प्लास्टिक मुक्त बनाना है। विनाइल के बैनरों पर प्रतिबंध इस दिशा में उठाया गया पहला कदम है।’’ उन्होंने कहा कि महंगे होने के बावजूद पर्यावरण की रक्षा करने के लिए कपड़े के बैनरों का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। जगन मोहन रेड्डी ने कहा कि तिरुमाला-तिरुपति शहर में प्लास्टिक के उपयोग पर प्रतिबंध के अच्छे परिणाम मिल रहे हैं क्योंकि अब वहां लोग कपड़े के थैलों का उपयोग करने लगे हैं।
समुद्री तट से इतने टन कचरा साफ किया
पर्यावरण संरक्षण(Environment protection) की दिशा में एक कार्यक्रम के लिए राज्य सरकार ने वैश्विक संगठन के साथ एक समझौता ज्ञापन(MOU-Memorandum of Understanding) पर भी हस्ताक्षर किए। पार्लेज फॉर ओशन्स(Parley for the Oceans) नामक संगठन ने समुद्री तटों को साफ करने के तहत विशाखापत्तनम(Visakhapatnam) से भीमिली तक 23 किलोमीटर लंबे समुद्री तट पर 72 टन प्लास्टिक कचरे को साफ किया है।