इटली में बगावत के बाद गिरी सरकार, प्रधानमंत्री मारियो द्रागी ने इस्तीफा दिया

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सरकार गुरुवार को उस समय बिखर गई जब दक्षिणपंथी, वामपंथी और पॉपुलिस्ट दलों के उनके गठबंधन सहयोगियों ने विधायिका को उसका कार्यकाल पूरा करने देने और महामारी से उबरने के लिए यूरोपीय संघ द्वारा वित्त पोषित कार्यक्रम के लिए एक साथ आने की प्रधानमंत्री की अपील ठुकरा दी।
द्रागी ने क्विरिनाले पैलेस में सुबह दिया इस्तीफाराष्ट्रपति सर्गियो मैत्तरेला ने इस्तीफे पर लिया संज्ञानइटली के अखबारों ने जताई नाराजगी
इटली के प्रधानमंत्री मारियो द्रागी ने विश्वास मत में प्रमुख गठबंधन सहयोगियों के हिस्सा न लेने के बाद गुरुवार को पद से इस्तीफा दे दिया। उनके इस्तीफा देने से देश में जल्द चुनाव कराए जाने की संभावना पैदा हो गयी है और अहम वक्त में इटली और यूरोप के लिए अनिश्चितता का नया दौर शुरू हो गया है। द्रागी ने क्विरिनाले पैलेस में सुबह हुई एक बैठक के दौरान राष्ट्रपति सर्गियो मैत्तरेला को अपना इस्तीफा सौंपा।
मैत्तरेला के ऑफिस ने बताया कि राष्ट्रपति ने इस्तीफे पर संज्ञान लिया है और द्रागी सरकार को कार्यवाहक सरकार के तौर पर काम करने के लिए कहा है। द्रागी सरकार गुरुवार को उस समय बिखर गयी जब दक्षिणपंथी, वामपंथी और पॉपुलिस्ट दलों के उनके गठबंधन सहयोगियों ने विधायिका को उसका कार्यकाल पूरा करने देने और महामारी से उबरने के लिए यूरोपीय संघ द्वारा वित्त पोषित कार्यक्रम के लिए एक साथ आने की प्रधानमंत्री की अपील ठुकरा दी। इसके बजाय मध्य-दक्षिणपंथी दलों फोर्जा इतालिया और लीग तथा पॉपुलिस्ट 5-स्टार मूवमेंट ने सीनेट में विश्वास मत का बहिष्कार किया, जो द्रागी की 17 महीने की सरकार के साथ उनका गठबंधन खत्म होने का स्पष्ट संकेत है। द्रागी ने मैत्तरेला के इस्तीफा देने से पहले संसद के निचले सदन चैम्बर ऑफ डिप्युटीज में उनसे कहा, ‘‘इस दौरान एक साथ मिलकर किए गए सभी कामों के लिए थैंक्स।इटली के अखबारों ने जताई नाराजगी
वहीं, इटली के अखबारों ने बढ़ती महंगाई और एनर्जी की कीमतों से निपटने, यूक्रेन के खिलाफ रूस के युद्ध और इकोनॉमी में नई जान फूंकने के लिए 200 अरब यूरो की यूरोपीय यूनियन की फंड के शेष हिस्से को हासिल करने के लिए आवश्यक सुधारों को लेकर एक स्वर में अपनी नाराजगी जताई। ‘ला स्टेम्पा’ अखबार ने हेडिंग में लिखा, ‘‘शर्मनाक’’। ला रिपब्लिका ने लिखा, ‘‘इटली के साथ विश्वासघात किया गया’’ और कोरेरा डेला सेरा ने कहा, ‘‘द्रागी सरकार की विदाई
द्रागी सरकार पर संकट का कारण
दरअसल फाइव स्टार मूवमेंट ने कहा था कि पीएम महंगाई के मुद्दे पर ध्यान नहीं दे रहे हैं और वे महंगाई कम करने में नकाम साबित हुए हैं। इसके बाद पार्टी ने विश्वास प्रस्ताव में शामिल न होने का फैसला किया था। वहीं अन्य सहयोगी दलों ने भी कहा था कि अगर फाइव स्टार मूवमेंट वोटिंग में हिस्सा नहीं लेगी तो वे भी गठबंधन से बाहर हो जाएंगे। बता दें कि इटली में मौजूदा सरकार का कार्यकाल 2023 में खत्म होना था। लेकिन अब राष्ट्रपति कभी भी समय से पहले चुनाव की घोषणा कर सकते हैं।
पिछले हफ्ते खबर आई थी की द्रागी ने इस्तीफा दे दिया है लेकिन राष्ट्रपति सर्गियो ने इसे खारिज कर दिया था। द्रागी यूरोपियन सेंट्रल बैंक के पूर्व अध्यक्ष भी थे। एक रिपोर्ट के मुताबिक इस्तीफे के कयास शुरू होने के बाद से ही बिजनेसमैन, मेयर और आम लोगों ने द्रागी को पत्र लिखकर पद पर बने रहने की मांग की। बता दें कि कोरोना से जूझने के बाद पिछले 15 महीने में द्रागी ने इटली में स्थिरता लाने की काफी कोशिश की है। माना जा रहा कि कई मायनों में वह सफल भी रहे। वहीं रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के दौरान भी द्रागी ने अहम भूमिका निभाई है। यूरोपीय यूनियन की तरफ से प्रतिबंध लगाने में द्रागी की बड़ी भूमिका मानी जाती है।

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