जुमे की नमाज के बाद देश के कई शहरों में भारी बवाल, नूपुर शर्मा को फांसी देने की मांग
प्रदर्शनकारी बीजेपी की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी करने की मांग करते हुए नारेबाजी कर रहे थे।
जामा मस्जिद परिसर में पोस्टर लेकर हुआ प्रदर्शननूपुर शर्मा और नवीन जिंदल पर कार्रवाई की मांगप्रयागराज में जुमे की नमाज के बाद हुआ पथराव
बीजेपी की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) के पैगंबर मोहम्मद पर दिए बयान के विरोध में शुक्रवार को देश में कई शहरों में जुमे की नमाज के बाद प्रदर्शन हुए। दिल्ली की जामा मस्जिद, उत्तर प्रदेश के सहारनपुर, हैदराबाद, प्रयागराज, मुरादाबाद, लखनऊ और पश्चिम बंगाल के हावड़ा में मुसलमानों ने जुम्मे की नमाज के बाद विरोध-प्रदर्शन किया। कुछ जगहों पर नमाजियों ने पुलिस पर पथराव भी किया, जिसके जवाब में सुरक्षा बलों को कुछ स्थानों पर लाठी चार्ज करने, आंसू गैस के गोले छोड़ने तथा हवा में गोलियां चलानी पड़ी।
जम्मू और रांची के कुछ इलाकों में लगा कर्फ्यू
जम्मू में अधिकारियों ने कुछ इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया और कश्मीर घाटी के कुछ हिस्सों में बंद जैसी स्थिति रही। वहीं, झारखंड की राजधानी रांची के कुछ हिस्सों में धारा 144 लगा दी गई । नारेबाजी कर रहे एवं हाथों में तख्तियां लिए प्रदर्शनकारियों ने नुपुर शर्मा और नवीन जिंदल की गिरफ्तारी की मांग की। दिल्ली में जामा मस्जिद के बाहर नमाज के बाद बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए और प्रदर्शन किया। हालांकि, जामा मस्जिद के शाही इमाम ने प्रदर्शनकारियों से अपनी दूरी बनाते हुए कहा, ‘कोई नहीं जानता है कि प्रदर्शनकारी कौन थे’ और उन्होंने इस तरह के लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
‘बिरयानी के लालच में करवाई गई पत्थरबाजी’
प्रयागराज में जुमे की नमाज के बाद प्रदर्शनकारियों ने पथराव किया, जिसके बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। उत्तर प्रदेश के तमाम शहरों में बवाल के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अफसरों को आदेश दिया है कि जहां-जहां शांति व्यवस्था भंग करने की कोशिश हो रही है, वहां कड़ी कार्रवाई की जाए। योगी ने कहा है कि ऐसी व्यवस्था बनाई जाए कि सुरक्षा व्यवस्था से कहीं कोई खिलवाड़ न कर पाए, और इसके लिए कड़ी निगरानी की जाए। प्रयागराज के एडीजी प्रेम प्रकाश ने बताया कि ओवैसी की पार्टी के नेताओं ने ये सब करवाया, बच्चों को बिरयानी की स्टॉल पर जुटाया गया, लालच दिया गया, धर्म की आड़ में उन्हें भड़काया गया और गोरिल्ला वॉर फेयर के तरीके से पत्थरबाजी की गई।