टारगेट किलिंग से नहीं आएगा ‘गजवा-ए-हिंद’, हिंदुओं को बाहर निकालने वाले ‘गाजी’ तो मारे ही जाएंगे
‘टारगेट किलिंग’ पर जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक एवं सुरक्षा मामलों के विशेषज्ञ कैप्टन अनिल गौर (रिटायर्ड) कहते हैं, पाकिस्तान का ये सपना है कि कश्मीर में ‘टारगेट किलिंग’ से ‘गजवा-ए-हिंद’ आ जाएगा। हिंदुओं को घाटी से बाहर निकालने की साजिश रची जा रही है…
जम्मू-कश्मीर में हो रही ‘टारगेट किलिंग’ की गूंज दिल्ली तक दस्तक दे रही है। जहां एक तरफ जम्मू-कश्मीर प्रशासन, सेना, पुलिस और केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के अधिकारी बैठक कर रहे हैं, वहीं गुरुवार को दिल्ली में भी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने घाटी के इस ज्वलंत मुद्दे पर बातचीत की है। ‘टारगेट किलिंग’ पर जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक एवं सुरक्षा मामलों के विशेषज्ञ कैप्टन अनिल गौर (रिटायर्ड) कहते हैं, पाकिस्तान का ये सपना है कि कश्मीर में ‘टारगेट किलिंग’ से ‘गजवा-ए-हिंद’ आ जाएगा। हिंदुओं को घाटी से बाहर निकालने की साजिश रची जा रही है। पहले सुरक्षा बलों पर हमले होते थे, लेकिन आतंकियों ने सामान्य लोगों, खासकर हिंदुओं को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। घाटी में केवल मुस्लिम रहें, ऐसा प्रयास करने वाले ‘गाजी’ तो मारे ही जाएंगे।