नई दिल्ली. 2026 के राष्ट्रमंडल खेल ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया राज्य में खेले जाएंगे। पहली बार इन खेलों का आयोजन कई शहरों में होगा। इनमें मेलबर्न, जिलॉन्ग, बेंडिगो, बैलरेट और गिप्सलैंड जैसे शहर शामिल हैं। राष्ट्रमंडल खेल महासंघ (सीजीएफ) ने मंगलवार को यह घोषणा की। प्रारंभिक सूची में टी20 क्रिकेट सहित 16 खेलों की सूची जारी की गई है जो इन खेलों का हिस्सा होंगे। इस सूची में निशानेबाजी, तीरंदाजी और कुश्ती जैसे खेल शामिल नहीं हैं। कुश्ती, निशानेबाजी जैसे खेलों में पिछले कई संस्करणों में भारत का प्रदर्शन शानदार रहा है।
राष्ट्रमंडल खेलों में किसी खेल को शामिल करने की क्या प्रक्रिया होती है? इन खेलों के 2026 राष्ट्रमंडल खेलों में शामिल होने की कोई उम्मीद बाकी है क्या? अधिकतम कितने खेल इस प्रतियोगिता का हिस्सा हो सकते हैं? 2022 में भी तो प्रतियोगिता होनी है उसमें कौन-कौन से खेल शामिल हैं? आइये जानते हैं…
राष्ट्रमंडल खेलों में किसी खेल को शामिल करने की क्या प्रक्रिया होती है?
पिछले साल राष्ट्रमंडल खेल संघ (सीजीएफ) ने 2026 और 2030 के खेलों के लिए कुछ बदलावों का एलान किया। इसमें आयोजन करने वाले देश को अलग-अलग खेलों के कोर ग्रुप से खेलों को चुनने की छूट मिली। ऐसा करने के पीछे कारण भी बताया गया। कहा गया कि इससे जिस देश में जो खेल लोकप्रिय होंगे उन्हें वो देश शामिल करेगा तो दर्शक भी खेलों के प्रति आकर्षित होंगे। निशानेबाजी, कुश्ती, टी-20 क्रिकेट, 3×3 बास्केटबॉल, बीच वॉलीबॉल जैसे खेल राष्ट्रमंडल खेलों के कोर ग्रुप का हिस्सा हैं। महिला और पुरुष टी-20 क्रिकेट, बीच वॉलीबॉल जैसे खेल उन 16 खेलों जो विक्टोरिया में होने वाले खेलों का हिस्सा होंगे। राष्ट्रमंडल खेल संघ ने प्रतियोगिता को किफायती बनाने के लिए कुल 15 खेलों को शामिल करने की सिफारिश की थी। इसमें एथलेटिक्स और तैराकी को अनिवार्य रूप से शामिल हों। सीजीएफ ने कहा था कि मेजबान देश अपने देश और संस्कृति के मुताबिक खेलों का चयन कर सकता है।
इन खेलों के 2026 राष्ट्रमंडल खेलों में शामिल होने की कोई उम्मीद बाकी है क्या?
मंगलवार को मेजबान शहर का एलान करते हुए राष्ट्रमंडल खेल संघ ने कहा कि आने वाले वक्त में कुछ और खेलों को इसमें शामिल किया जाएगा। निशानेबाजी, कुश्ती जैसे जिन खेलों को 2026 के राष्ट्रमंडल खेलों में शामिल नहीं किया गया है उन्हें अपना पक्ष रखने का मौका मिलेगा। इस साल के अंत तक चार से सात और खेल शामिल हो सकते हैं। हालांकि, इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि कुश्ती और निशानेबाजी को शामिल कर ही लिया जाए। ऐसा हो सकता है कि इनमें को कोई एक खेल या दोनों खेल शामिल हों ऐसा ही हो सकता है कि दोनों शामिल नहीं हों। अगर दोनों खेलों की बात करें तो निशानेबाजी के शामिल होने की संभावना ज्यादा है। क्योंकि, निशानेबाजी में ऑस्ट्रेलिया का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है। 2018 के गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में निशानेबाजी में भारत के बाद सबसे ज्यादा नौ पदक ऑस्ट्रेलिया ने जीते थे।
कुश्ती को शामिल करने की क्या संभावनाएं हैं?
2006 में ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में राष्ट्रमंडल खेल हुए थे। उस वक्त भी कुश्ती इन खेलों का हिस्सा नहीं रही थी। ऐतिहासिक महत्व का खेल होने के बाद भी कुश्ति ज्यादातर राष्ट्रमंडल देशों में लोकप्रिय नहीं है। पूर्वी यूरोप, रूस, अमेरिका, जापान, चीन, ईरान, तुर्की जैसे देशों का कुश्ती में दबदबा है। ये सभी देश राष्ट्रमंडल देशों में शामिल नहीं हैं। केवल भारत और पाकिस्तान जैसे देशों में ही कुश्ती को लोकप्रियता है। दोनों देशों ने राष्ट्रमंडल खेल में कुश्ती में कई पदक भी जीते हैं। इन दोनों देशों को छोड़कर बाकी राष्ट्रमंडल देशों में कुश्ती ना तो बहुत लोकप्रिय है ना ही उनके खेल संस्कृति का हिस्सा रही है।
2022 के राष्ट्रमंडल खेल भी तो होने वाले हैं, उसमें कौन से खेल शामिल हैं?
2022 के राष्ट्रमंडल खेलों का आयोजन 28 जुलाई से 8 अगस्त तक बर्मिंघम और वेस्ट मिडलैंड्स के अलग-अलग मैदानों में होगा। 1934 के लंदन और 2002 के मेनचेस्टर राष्ट्रमंडल खेलों के बाद ये तीसरा मौका है जब इंग्लैंड इन खेलों की मेजबानी करेगा। 72 देशों के खिलाड़ी 20 अलग-अलग खेलों में हिस्सा लेंगे। इनमें कुश्ती भी शामिल है। इस लिस्ट में निशानेबाजी, तीरंदाजी जैसे खेल शामिल नहीं हैं। हालांकि, भारत ने जब इन खेलों के बॉयकॉट की धमकी दी तो सुलह का एक फॉर्मूला निकाला गया। जिसमें निशानेबाजी और तीरंदाजी के इवेंट्स को जनवरी 2022 में भारत के चंडीगढ़ में आयोजित करने का फैसला हुआ। इस आयोजन में जीते पदकों को जुलाई-अगस्त में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों में गिना जाता। हालांकि, ऐसा हो नहीं सका। कोरोना के चलते चंडीगढ़ में होने वाला आयोजन रद्द कर दिया गया।