हरिद्वार। डीडीओ कोड बहाली को लेकर कर्मचारियों और शिक्षक संवर्ग के चिकित्सकों ने सोमवार सुबह साढ़े नौ बजे ऋषिकुल परिसर में अस्पताल, प्रशासनिक भवन और मुख्य गेट पर ताला जड़ दिया। इस दौरान उन्होंने कुलपति और कुलसचिव को भी बंधक बनाए रखा। करीब डेढ़ घंटे की वार्ता के बाद 15 दिन में मामले पर कार्रवाई होने के आश्वासन के बाद ही कर्मचारियों ने गेट खोला, जिसके बाद ही कुलपति और कुलसचिव विवि को रवाना हुए।
संयुक्त कर्मचारी संघर्ष समिति ऋषिकुल और गुरुकुल आयुर्वेद परिसर के कर्मचारियों और शिक्षकों ने डीडीओ कोड बहाली को लेकर सोमवार से तालाबंदी का एलान किया था। सामूहिक अवकाश लेकर कर्मचारी और शिक्षकों ने सुबह साढ़े नौ बजे परिसर के प्रशासनिक भवन और अस्पताल में तालाबंदी कर दी थी। कर्मचारियों ने अस्पताल के मुख्य गेट पर ताला जड़ा और तालाबंदी कर दी। इस दौरान कुलपति प्रो. सुनील जोशी और कुलसचिव डॉ. माध्वी गोस्वामी अस्पताल परिसर में ही फंस गए। कर्मचारियों को समर्थन देने के लिए पूर्व विधायक अंबरीश कुमार भी वहां पहुंचे।
संघर्ष समिति के संयोजक सचिव शिव नारायण सिंह, शिक्षक संवर्ग के अध्यक्ष डॉ. ओपी सिंह, कर्मचारी नेता दिनेश लखेड़ा, छत्रपाल सिंह, जय नारायण सिंह, मुख्य संयोजक समीर पांडेय की मौजूदगी में कुलपति और कुलसचिव ने डेढ़ घंटे लंबी वार्ता की। कुलसचिव डॉ. माधवी गोस्वामी ने लिखित पत्र देकर बताया कि 14 जनवरी को अपर सचिव आयुष की अध्यक्षता में वित्त अधिकारियों के साथ कोड बहाली को लेकर बैठक है। इसे देखते हुए 15 दिन का समय दिया जाए।
कर्मचारी नेताओं ने 15 दिन तालाबंदी टालते हुए कार्य बहिष्कार और धरना जारी रखने का निर्णय लिया है। आश्वासन के बाद ही कुलपति और कुलसचिव बाहर आए। इसके बाद कर्मचारियों ने दो बजे तक कार्य बहिष्कार कर धरना दिया। संयोजक सचिव ने बताया कि मंगलवार को भी सुबह दस से बारह बजे तक धरना चलेगा। विरोध जताने वालों में डॉ. प्रवेश कुमार, डॉ. ऋषि आर्य, सुमन त्यागी, सुदामा जोशी, सुधा पाण्डेय, राहुल तिवारी, विजय, दीपक यादव, सहित अन्य कर्मचारी और शिक्षक शामिल रहे।