केंद्र के खिलाफ ट्रेड यूनियन सड़क पर, बैंक बंद रहने से बढ़ीं परेशानियां

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देहरादून। ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर श्रम विरोधी कानून, वेतन समझौता, पुरानी पेंशन बहाल करने समेत विभिन्न मांगों को लेकर राष्ट्रीयकृत बैंक, भारतीय जीवन बीमा निगम समेत अन्य बीमा कंपनियों का काम काफी हद प्रभावित है। हालांकि निजी बैंकों के कर्मचारी यूनियन की राष्ट्रव्यापी हड़ताल में शामिल नहीं होंगे, जिससे निजी बैंकों में हड़ताल का असर नहीं दिखेगा। कुल मिलाकर प्रदेशभर में हड़ताल का मिला-जुला असर देखने को मिला।
राजधानी देहरादून में ट्रेड यूनियन की हड़ताल का कोई खास असर नहीं दिखा। यहां सिर्फ मोबाइल की दुकानें बंद रहीं, जबकि राष्ट्रीयकृत बैंक खुले रहे। एश्ले हॉल चैक स्थित पीएनबी बैंक को छोड़ शहर की अन्य सभी राष्ट्रीयकृत बैंकों में कार्य सुचारू रूप से चल रहा है। बैंक अधिकारियों के मुताबिक हड़ताल में अधिकारी वर्ग शामिल नही है। ऐसे में सभी अधिकारी कार्य कर रहे है। बैंको में लेनदेन चल रहा है। उत्तराखंड ग्रामीण बैंक में कामकाज ठप चल रहा है।
वहीं, ट्रेड यूनियन की देशव्यापी हड़ताल का ऋषिकेश में मिलाजुला असर देखने को मिला। यहां भी पूरी तरह कार्य प्रभावित रहा। ऊर्जा निगम कर्मचारी संघ अभियंता संघ के बैनर तले अधिकारी और कर्मचारी शाम पांच बजे तक कार्य बहिष्कार पर रहेंगे। इन सभी ने डिविजन कार्यालय में एकत्र होकर केंद्र सरकार की नीति के खिलाफ प्रदर्शन किया। हड़ताल के चलते कुछ बैंकों में सुबह से ही ताले लटके रहे, जिसके कारण उपभोक्ताओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
बैंक एंप्लॉइज यूनियन के जिला सचिव मयंक गुप्ता और उत्तराखंड संयुक्त ट्रेड यूनियन के प्रदेश महासचिव अशोक वर्मा ने कहा कि देश में बेरोजगारी लगातार बढ़ रही है। निजीकरण के कारण श्रमिकों की नौकरियां जा रही है। सरकार समान कार्य समान वेतन के आदेश को लागू नहीं कर रही है।
उन्होंने प्रदेश सरकार भी निशाना साधा। कहा, नीतियां भी औद्योगिकरण के खिलाफ है, जिससे पूरी तरह माहौल श्रमिकों के विरोध में जा रहा है। हड़ताल के कारण पीएनबी, बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, ओरिएंटल बैंक ऑफ इंडिया, उत्तराखंड ग्रामीण बैंक, देना बैंक, जहां बंद रहे। वहीं, हाइड्रो इलेक्ट्रिक एसोसिएशन के कर्मचारी भी काम से विरक्त रहें। तीर्थ नगरी की मोबाइल की दुकानें भी बन रही।
संयुक्त ट्रेड यूनियनों की देशव्यापी हड़ताल को रोडवेज कर्मियों ने भी समर्थन दिया है, लेकिन बसों का संचालन सुचारू रखा जाएगा। वहीं, मंगलवार को ओएनजीसी कॉन्ट्रेक्ट इंप्लाइज यूनियन, स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया और उत्तराखंड मेडिकल एंड सेल्स रिप्रजेंटेटिव एसोसिएशन (यूएमएसआरए) समेत कई और संगठनों ने उत्तराखंड संयुक्त ट्रेड यूनियंस संघर्ष समिति की देशव्यापी हड़ताल में शामिल होने का एलान किया।

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