खजाने की खोज में बालक की नरबलि का प्रयास

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आगरा। कासगंज में पटियाली के थाना गांव में मंगलवार सुबह गढ़े हुए धन की खोज में तंत्र विद्या में बच्चे की जान जाते-जाते बची। बच्चे को अगवा कर तांत्रिक ने मुंह बांध कर तिलक किया तथा उससे गढ़े हुए धन को देखने के लिए कहा। बच्चे ने किसी तरह मुंह से पट्टी हटाकर शोर मचाया तो चीख सुनकर गांव में खोज रहे स्वजन यहां पहुंच गए तथा आरोपितों की जमकर पिटाई की।
मंगलवार सुबह साढ़े छह बजे करीब घर के बाहर खेल रहे सात वर्षीय बच्चे के घर गांव में ही रहने वाला दर्जी बंटी चिक पहुंचा। बालक की मां को कहा कि किसी बच्घ्चे के कपड़े बनाने हैं इसलिए बालक को उसके साथ नपाने के लिए भेज दें। बच्घ्चे की मां ने बालक को ले जाने दिया। बंटी के साथ राजेश चिक भी था। वे बालह को घर ले गयेे। यहां पर बच्चे का मुंह बांध दिया तथा तंत्र विद्या शुरू कर दी। बच्चे के माथे पर तिलक किया तथा उससे घर के अंदर खुदे हुए गड्ढे में देखने के लिए कहा। तंत्र विद्या के दौरान बच्चा डर गया। इधर काफी देर तक बच्चे के नजर न आने पर स्वजनों ने ग्रामीणों के साथ इसकी तलाश शुरू कर दी। साढ़े 11 बजे करीब बच्चे ने किसी तरह मुंह पर बंधा कपड़ा हटा कर शोर मचा दिया। चीख की आवाज घर के बाहर गली में तलाश कर रहे ग्रामीणों ने सुनी तो सभी ग्रामीण राजेश चिक के घर पर पहुंच गए। दरवाज खुलवाने पर अंदर राजेश की पत्नी रेखा एवं बंटी के साथ में एक तांत्रिक भी मिला। भीड़ को देख तांत्रिक यहां से भाग खड़ा हुआ। अंदर बच्चा डर के मारे कांप रहा था। उसके माथे पर तिलक लगा हुआ था। यह देख कर ग्रामीणों ने गुस्से में आरोपित राजेश एवं बंटी की पिटाई की। गावं पहुंची पुलिस ने दोनों को हिरासत में ले लिया है तथा तांत्रिक की तलाश में सनौड़ी पटियाली में दबिश दी जा रही है।
राजेश की पत्नी रेखा का कहना है कि उनका बलि देने का इरादा नहीं था। रात में सपना आया था कि घर में धन छिपा हुआ है। इसके लिए तांत्रिक को बुलाया था, तांत्रिक ने कहा कि कोई बच्चा ही धन को देख सकता है लिहाजा बच्चे को लाए थे। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल की। सीओ गवेंद्र पाल गौतम का कहना है कि ग्रामीणों ने बच्चे को पकड़ा है। आरोप है कि नरबलि देने के लिए बच्चे को उठाया गया था। मामले की जांच की जा रही है।

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