सूर्य ग्रहण के दौरान सोने और भोजन करने से बचें गर्भवती महिलायें

226
Share

मु0 रिज़वान
मुरादाबाद। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य ग्रहण लगने से पहले ही उसका प्रभाव दिखना शुरू हो जाता है। साथ ही ग्रहण की समाप्ति के कुछ देर बाद तक इसका प्रभाव रहता है। 26 दिसम्बर को लगने वाला सूर्य ग्रहण सुबह 8.17 से 10.57 मिनट तक रहेगा। हिंदू धर्म शास्त्रों के मुताबिक सूर्य ग्रहण के दौरान वातावरण में नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता रहता है। ये नकारात्मक ऊर्जा व्यक्ति पर विभिन्न प्रकार के प्रभाव डालते हैं।
मान्यता है कि सूर्य ग्रहण के दौरान घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। यह इसलिए क्योंकि वातावरण में फैली नकारात्मक ऊर्जा से बच सकें। साथ ही कहा यह भी जाता है कि गर्भवती महिलाओं को सूर्य ग्रहण नहीं देखना चाहिए। इसके पीछे कारण यह है कि अगर कोई गर्भवती महिला ग्रहण देखती है तो उसका असर उसे गर्भ में पल रहे शिशु पर पड़ता है। साथ ही साथ गर्भवती महिला के ग्रहण देखने के कारण उनकी होने वाली संतान शारीरिक और मानसिक रूप से कमजोर हो जाती है। आइए जानते हैं सूर्यग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को क्या सावधानी बरतनी चाहिए।
सूर्य ग्रहण के दौरान भोजन करने से बचना चाहिए। ग्रहण के दौरान या उससे पहले पके हुए खाने का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इस दौरान सोना नहीं चाहिए।
सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को तेज धारदार चीजों से दूरी बनाए रखनी चाहिए। चाकू, सूई आदि का प्रयोग करने से बचना चाहिए।
ग्रहण खत्म होने के बाद गर्भवती महिलाओं को स्नान करना चाहिए। वरना शिशु को त्वचा संबंधित रोग हो सकते हैं। ग्रहण के दौरान गर्भवती महिला को तुलसी का उपयोग करना चाहिए। इससे नगेटिव एनर्जी का बुरा असर नहीं पड़ता है।

LEAVE A REPLY