ऋषिकेश। रविवार को बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने के साथ चारधाम यात्रा का भी विधिवत समापन हो गया। आंकड़ों पर गौर करें तो आपदा के बाद इस वर्ष सभी धामों में रिकॉर्ड यात्री पहुंचे। खास बात यह कि कपाट खुलने के बाद से ही इस बार चारों धाम में यात्रियों की भीड़ उमडने लगी थी। हालांकि, मानसून सीजन में यात्रा काफी धीमी रही, लेकिन बरसात थमते ही यात्रा ने फिर खासी गति पकड़ ली और कपाट बंद होने तक इसमें कोई कमी नहीं आई।
वर्ष 2013 की आपदा के बाद इस वर्ष की यात्रा कई मायनों में बेहतर साबित हुई। परिवहन व्यवसायियों के साथ ही परोक्ष-अपरोक्ष रूप में चारधाम यात्रा से जुड़े हजारों लोगों के चेहरों पर लौटी मुस्कान इसकी तस्दीक कर रही है। कह सकते हैं कि इस बार की यात्रा ने आपदा के जख्मों पर काफी हद तक मरहम लगाने का काम किया है।
इस वर्ष की चारधाम यात्रा में सबसे अधिक यात्री बदरीनाथ धाम पहुंचे। यात्रा प्रशासन संगठन के वैयक्तिक सहायक एके श्रीवास्तव बताते हैं कि इस बार चारों धाम में सबसे कम चार लाख 65 हजार 534 यात्री यमुनोत्री धाम पहुंचे। गंगोत्री में यह संख्या पांच लाख 30 हजार 334 और केदारनाथ में दस लाख 21 रही। जबकि, सबसे अधिक 12 लाख 44 हजार 993 यात्रियों ने बदरीनाथ में दर्शन किए। इसके अलावा दो लाख 40 हजार 133 यात्रियों ने हेमकुंड साहिब में मत्था टेका।