एजेंसीं न्यूज
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी (रेरा) के राष्ट्रीय कॉन्क्लेव में बिना नाम लिए पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और मायावती पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि कालेधन के राज सामने आने के डर से पहले के मुख्यमंत्री नोएडा नहीं जाते थे। तब मकान खरीदने वाले लोगों से इकट्ठा की गई राशि की खूब बंदरबांट होती थी।
मुख्यमंत्री ने बिल्डर्स को चेताते हुए कहा कि उनकी सरकार तमाशबीन बनकर सबकुछ होते हुए नहीं देख सकती। विरासत में मिली समस्याओं का सकारात्मक दृष्टिकोण से हल निकाल रहे हैं, जिसमें डवलपर्स को भी सहयोग करना चाहिए।
योगी आदित्यनाथ सोमवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित रेरा के कॉन्क्लेव में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। योगी ने कहा, मार्च 2017 में हमने जब सत्ता संभाली तो यह मिथक सामने रखा गया कि मुख्यमंत्री को नोएडा और ग्रेटर नोएडा नहीं जाना चाहिए। मैं आस्थावान व्यक्ति हूं, इसलिए इसके पीछे की कहानी समझने का प्रयास किया। पता चला कि रियल एस्टेट को लेकर वहां सबसे ज्यादा समस्याएं हैं।
बिल्डर्स और मकान खरीदारों को बुलाकर बात की तो स्पष्ट हो गया कि समस्या उतनी बड़ी नहीं है, जितनी बड़ी बनाकर पेश की जा रही है। पूर्ववर्ती सरकारों ने नोएडा को अवैध व अनैतिक कमाई का अड्डा बना दिया था। अगर वहां जाते तो उन्हें डर था कि काली कमाई के ये राज खुल जाएंगे। इसलिए वहां न जाने का मिथक फैलाया गया। योगी ने कहा कि हमारी सरकार किसी के भी प्रति पूर्वाग्रह न रखते हुए काम कर रही है, लेकिन खरीदारों के हितों को सुरक्षित रखना हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी है। सकारात्मक दृष्टिकोण से सरकार ने काम किया तो 10-10 वर्षों से परेशान एक लाख से ज्यादा खरीदारों को मकान दिलाया।