रुड़की। गंगनहर कोतवाली पुलिस ने कुख्यात प्रवीण वाल्मीकि और उसके 11 गुर्गों पर गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज किया है। इस गैंग के सभी बदमाश इस समय जेल में बंद है। कुख्यात चमोली की जेल में बंद है, तो उसका भतीजा मुजफ्फरनगर की जेल में है। इसके अलावा बाकी के सभी 10 गुर्गे इस समय रुड़की की जेल में बंद हैं।
पिछले कुछ समय से जिले में कुख्यात प्रवीण वाल्मीकि ने आतंक मचा रखा है। 25 फरवरी 2016 में कुख्यात ने रुड़की नगर निगम के सफाई नायक बसंत की हत्या करा दी थी। इसके बाद इसने शहर में काफी आतंक मचाया। डेयरी कारोबारी से रंगदारी मांगने का मामला रहा हो या फिर उस पर जानलेवा हमला करने का मामला रहा हो। इनको लेकर उस समय पुलिस ने वाल्मीकि और उसके गैंग पर गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज किया था। इसके बाद उस पर कुछ लगाम लगी थी। इस समय कुख्यात चमोली की पुरसाड़ी जेल में बंद है। कुछ समय पहले कुख्यात वाल्मीकि ने नंद विहार कॉलोनी निवासी परिचालक सुभाष कुमार से रंगदारी मांगते हुए उस पर हमला कराया था।
गोली लगने से परिचालक घायल हो गया था। इसके बाद उसने परिचालक की बहन रेखा से भी रंगदारी मांगी थी। इन दोनों मामलों में पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था। इसके बाद रुड़की जेल के बंदी रक्षक परमेश चैहान को भी कुख्यात वाल्मीकि के इशारे पर उसके शूटर साबिर ने गोली मारी थी। हमले में वह बाल- बाल बचे थे। साबिर इन सभी घटनाओं में शामिल रहा था। पुलिस ने इन सभी घटनाओं में शामिल रहे 10 गुर्गों को गिरफ्तार करके जेल भेजा था। वहीं इन मामलों में शामिल रहा कुख्यात वाल्मीकि का भतीजा मनीष उर्फ बोलर को मुजफ्फरनगर पुलिस ने मुठभेड़ में गिरफ्तार किया था। इस समय वह मुजफ्फरनगर की जेल में बंद है। इन सभी घटनाओं में गैंग बनाकर वारदात करने के मामले में गंगनहर कोतवाली पुलिस ने कुख्यात वाल्मीकि और उसके सभी गुर्गों समेत 12 पर गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज किया है।