हुकूमत एक्सप्रेस
मुरादाबाद। दो-दो जिलों का प्रशासन हाईवे पर फैली अव्यवस्था के आगे नतमस्तक है या फिर यूं कहा जाये कि राजनीतिक रसूख के चलते कुछ कर पाने में अक्षम है। बात हो रही है मुरादाबाद-सम्भल मार्ग की। इस मार्ग पर सुबह से लेकर देर रात तक जबरदस्त यातायात रहता है। हालांकि यह मार्ग फोरलेन है मगर आधे से ज्यादा मार्ग पर बड़ी बाॅडी वाले ट्रकों का कब्जा है जिनके कारण यह फोर लेन मार्ग टू लेन मार्ग बनकर रह गया है। सबसे ज्यादा समस्या डींगरपुर से लेकर मैनाठेर तक के मार्ग पर है। यहां दोनो साईडों में बड़ी बाॅडी वाले विशालकाय ट्रक खड़े रहते है। कोहरे भरी रातो में भी यही अव्यवस्था है। जिसके चलते वाहन चालकों के लिए हर समय दुर्घटना होने का खतरा बना रहता है।
ऐसा नहीं है कि दोनो जनपदों के अधिकारियों के वाहन यहां से न गुजरते हों और उन्हें यह अव्यवस्था नजर न आती हो मगर कभी भी नियम विरूद्ध खड़े इन ट्रकों को हटाने व इनके स्वामियों के खिलाफ सख्त एक्शन लेने की कवायद अमल में नहीं लाई गई। यही वजह है कि वर्षों से मुरादाबाद-सम्भल मार्ग की दोनो साईडों पर दबंग ट्रक चालकों का कब्जा रहता है। सूत्रों की मानें तो ट्रक स्वामियों के संबंध दोनो जनपदो ंके राजनीति में रसूख रखने वाले दिग्गजों से है जिनसे पुलिस प्रशासन भी भलीभांति परिचित है। यही वजह है कि मुरादाबाद-सम्भल मार्ग पर सालो से हावी इस अव्यवस्था को सुधारने की हिम्मत कोई अधिकारी नहीं कर पाता है। भले ही दुर्घटनायें होती हैं तो होती रहे और लोगों की जान जा रही है तो जाती रहे। ट्रक वालो को तो बस अपनी आमदनी देखनी है। मीटिंगो में बैठकर बड़ी-बड़ी बातें करने वाले समाज के ठेकेदार भी इस ओर से पूरी तरह बेखबर है। लोगों की चिंता केवल मीटिंगो तक ही सीमित रहती है। हकीकत में इस घोर लापरवाही की ओर किसी का ध्यान नहीं। किसी भी दिन इस मार्ग पर कोई बड़ी दुर्घटना घटित हो जाये तो कोई ताज्जुब नहीं।