मु0 रिज़वान
मुरादाबाद। अपराधों की रोकथाम के लिए पुलिस ने जगह जगह चेकिंग प्वाइंट बना दिये हैं जहां दुपहिया वाहन चालकों को रोककर उनकी चेकिंग की जाती है मगर इसके बावजूद भी बाइक सवार शोहदों का दुस्साहस दिन ब दिन बढ़ता जा रहा है। बाइक सवार शोहदे जब चाहते हैं किसी भी राह चलती युवती व छात्रा से छेड़खानी कर देते है। यहां तक की उसे उठाकर ले जाने तक का प्रयास करने से भी नहीं चूंकते। बड़े बापों की इन बिगड़ी औलादों को खाकी का रत्तीभर भी खौफ नहीं है।
मझोला के कांशीराम नगर में हुई घटना इसका जीता जागता उदाहरण है। कोचिंग से लौट रही 11वीं की छात्रा को 9 अगस्त को बाइक सवार ने सरेराह उठाने का प्रयास किया था। इस मामले में पुलिस आज तक कोई कार्यवाही नहीं कर पाई। पुलिस की इसी लापरवाही से बाइक सवार शोहदो के हौसले बुलंद हो रहे है तो वहीं लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। बाइक सवार तीन-तीन युवक आए दिन छात्राआंे को अकेला देख सरेराह छेड़खानी करने से नहीं चूकते। क्योंकि इन्हें खाकी का रत्तीभर भी खौफ नहीं है। उन्हें पता है कि उनका रसूख उन्हें थाने तक भी नहीं पहुंचने देगा और वह कोई भी घटना को अंजाम देकर आसानी से छूट जायेंगे। यही वजह है कि बाइक सवार शोहदों का आतंक दिन ब दिन बढ़ता जा रहा है। पुलिस का ढुलमुल रवैया इस तरह की वारदातों को बढ़ावा दे रहा है। अगर ऐसे ही चलता रहा तो वह दिन दूर नहीं कि जब लोग इन सड़क छाप मंजनुओं को खुद ही सबक सिखाना शुरू कर देंगे और इनका रसूख और हेकड़ी सब धरी रह जायेगी। क्योंकि जब बात इज्जत की आती है तो फिर कमजोर भी हमलावर हो जाता है। जब तक ऐसे शोहदे सड़कों पर सरेआम जलील होकर नहीं पिटेंगे शायद तब तक इनका यह दुस्साहस भी कम होने वाला नहीं। सदर कोतवाली रोड पर रोजाना रात में तेज रफ्तार बाइक सवार हुड़दंग मचाते हुए गुजरते है।