मु0 रिज़वान
मुरादाबाद। देश का कानून कहता है कि भले ही सौ गुनाहगार छूट जायें मगर किसी एक बेकसूर को सजा नहीं मिलनी चाहिये मगर उत्तर प्रदेश का बिजली विभाग कसूरवारों के साथ-साथ बेकसूरों को भी बिजली कटौती की चक्की में पीस रहा है। पिछले दो दिन से 5 घंटे की जबरदस्त कटौती से शहर के अनगिनत मोहल्लों में लोग बेहाल हैं।
अधिशासी अभियन्ता तृतीय ज्ञान प्रकाश ने रविवार को सभी उपभोक्ताओं को सूचित करते हुए जानकारी दी थी कि लखनऊ कन्ट्रोल के आदेश अनुसार कटघर एवं शिवपुरी उपकेन्द्र पर सबसे ज्यादा लाईन हानियां और बकायादार होने के कारण 5 घंटे की वि़द्युत कटौती शुरू की गयी है। इन क्षेत्रो से बकाया की वसूली नहीं हो रही इसलिए इन इलाको के लोग बिजली की किल्लत झेलेंगे। अब सवाल यह है कि जो लोग हर महीने बिल जमा कर रहे हैं उन्हें यह सजा किसलिये? दूसरा एक सवाल यह भी है कि रोजाना इतनी लम्बी कटौती हो रही है क्या इससे सही उपभोक्ताओं में आक्रोश नहीं पनपेगा। बीती रात भी असालतपुरा क्षेत्र में रात्रि 10 बजे से 1 बजे तक 3 घंटे की लम्बी कटौती रही। अगर अंधेरे का फायदा उठाकर चोर उचक्के या क्रिमिनल वारदातों को अंजाम देते हैं तो इसकी जिम्मेदारी किसकी होगी?
लोगों का कहना है कि बकायादारों से वसूली कैसे करनी है यह सोचना बिजली विभाग का काम है ऐसे लोगों के कनेक्शन काटे जायें या फिर उन्हें जेल भेजा जाये मगर इस तरह सबको एक चक्की में पीसना कहां का इंसाफ है। लोगों में बिजली विभाग के इस आदेश को लेकर नाराजगी देखी जा रही है।