संभल हिंसा मामले में सबसे बड़ा खुलासा, वकील विष्णु शंकर जैन को मारने की थी प्लानिंग
संभल हिंसा मामले में सबसे बड़ा खुलासा सामने आया है। जानकारी के मुताबिक, हिंसा के दौरान वकील विष्णु शंकर जैन को मारने की प्लानिंग की गई थी।
उत्तर प्रदेश का संभल जिला बीते साल के आखिर में काफी चर्चा में रहा था। नवंबर महीने में यहां स्थित शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हिंसा फैल गई थी जिसमें कई लोगों की मौत हो गई थी और बड़ी संख्या में लोग घायल भी हुए थे। पुलिस ने कड़ी कार्रवाई करते हुए संभल हिंसा में लिप्त कई आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस बीच हिंसा के मामले में गिरफ्तार एक आरोपी ने अब तक का सबसे बड़ा खुलासा किया है। आरोपी ने बताया है कि संभल में हिंसा के दौरान वकील विष्णु शंकर जैन को मारने की प्लानिंग की गई थी।संभल हिंसा मामले में गिरफ्तार आरोपी गुलाम ने पुलिस पूछताछ में बड़ा खुलासा किया है। उसने बताया है कि वह शारिक साटा नाम के आदमी के लिए काम करता है और हथियारों की तस्करी करता है। शारिक साटा दुबई में बैठा हुआ है और उसी के शह पर वकील विष्णु शंकर जैन को मारने की पूरी प्लानिंग की गई थी।पुलिस की पूछताछ में गुलाम ने बताया है कि पिछले काफी समय से हथियारों की तस्करी का धंधा कम हो गया था। इसके चलते दुबई में बैठे शारिक साटा ने गुलाम के साथ मिलकर प्लान बनाया की सर्वे के दौरान दिल्ली के वकील विष्णु शंकर जैन और पुलिस पर फायरिंग करके उन्हें मार दिया जाए। इससे हिंसा भड़क जाएगी और हथियारों की तस्करी का काम एक बार फिर से शुरू हो जाएगा।
सांसद संभल नाम का एक व्हाट्सप्प ग्रुप बनाया गया था। ग्रुप में 22 तारीख को बड़ी संख्या में लोगों को इक्ट्ठा होने को बोला गया। ग्रुप में 23 की रात को भी कई बातें बोली गयीं। इसी तरह के कुछ और व्हाट्सप्प ग्रुप्स के बारे में भी जानकारी मिली है। जंगली एप्प के जरिए शारिक साटा के संपर्क में था। इस एप्प में डाटा स्टोर नही होता। शारिक साटा की पत्नी का फोन भी गुलाम के पास मिला है। एक स्थानीय व्यक्ति में शारिक साटा को मस्जिद के सर्वे के बारे में बताया था जिसके बाद शारिक साटा ने गुलाम के साथ मिल कर प्लान बनाया।गिरफ्तार आरोपी गुलाम ने अपने फोन को फॉरमेट किया है। गुलाम के फोन को FSL जांच के लिए भेजा गया है। साल 2014 में गुलाम ने पूर्व सांसद शफीकुर्ररह्मान के कहने पर एक दूसरे राजनेता सोहैल इकबाल पर अंधाधुंध फायरिंग की थी। इस घटना के बाद संभल में तुर्क और पठान का झगड़ा हुआ था और माहौल खराब हुआ था।