मिल्कीपुर सीट पर किसकी होगी जीत? अखिलेश यादव ने कार्यकर्ताओं को दिया संदेश
अखिलेश यादव ने कहा कि मिल्कीपुर उपचुनाव में हमें जरूर जीतना है। लोकतंत्र के लिए यह आवश्यक है। उपचुनाव में सत्तादल बीजेपी को मनमानी नहीं करने दी जाएगी।
समाजवादी पार्टी (SP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे मिल्कीपुर उपचुनाव में पार्टी की जीत सुनिश्चित करें, क्योंकि उन्होंने इसे लोकतंत्र के लिए जरूरी बताया। लखनऊ में सपा के प्रदेश मुख्यालय में आयोजित एक बैठक में अखिलेश यादव ने फैजाबाद, अयोध्या और मिल्कीपुर क्षेत्र के नेताओं और कार्यकर्ताओं से संवाद करते हुए यह बात कही।
अखिलेश यादव ने कहा, “मिल्कीपुर उपचुनाव में हमें जरूर जीतना है। लोकतंत्र के लिए यह आवश्यक है। सत्तारूढ़ बीजेपी को उपचुनाव में अपनी मनमानी नहीं करने दी जाएगी।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह चुनाव केवल सपा के लिए नहीं, बल्कि प्रदेश और देश के लोकतंत्र के भविष्य के लिए अहम है।यह उपचुनाव अयोध्या जिले की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर हो रहा है, जो 2024 के लोकसभा चुनाव में सपा के वरिष्ठ नेता अवधेश प्रसाद के फैजाबाद (अयोध्या) संसदीय सीट से निर्वाचित होने के बाद खाली हुई है। 2022 में अवधेश प्रसाद ने मिल्कीपुर विधानसभा सीट से सपा उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल की थी। निर्वाचन आयोग ने मिल्कीपुर उपचुनाव के लिए मतदान की तारीख 5 फरवरी 2025 तय की है।
अखिलेश यादव ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा, “अयोध्या में बीजेपी अपनी हार पचा नहीं पा रही है और अब अपनी हार का बदला लेने के लिए अनैतिक हथकंडे अपना रही है। बीजेपी ने 2024 के उपचुनावों में 7 सीटों पर अपनी जीत के लिए मतदाताओं को धमकाया और प्रशासनिक तंत्र का दुरुपयोग किया था।” उन्होंने यह भी दावा किया कि बीजेपी की चालों को अब लोग समझ चुके हैं और समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता इन साजिशों का सही जवाब देंगे। नवंबर 2024 में हुए उत्तर प्रदेश के 9 विधानसभा उपचुनावों में बीजेपी और उसकी सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल (RLD) ने कुल 7 सीटों पर विजय प्राप्त की थी, जबकि सपा को केवल दो सीटों पर ही जीत मिली थी