जहरीले इंजेक्शन नहीं, दम घुटने से हुई SRN के डॉक्टर कार्तिकेय की मौत; 3 डॉक्टरों के खिलाफ FIR

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जहरीले इंजेक्शन नहीं, दम घुटने से हुई SRN के डॉक्टर कार्तिकेय की मौत; 3 डॉक्टरों के खिलाफ FIR
कार्तिकेय की लाश कार में मिली थी और पास में इंजेक्शन पड़ा हुआ था। इसके बाद आत्महत्या की आशंका जाहिर की गई। हालांकि, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आया है कि अभिषेक की मौत दम घुटने से हुई है।
प्रयागराज के स्वरूप रानी नेहरू हॉस्पिटल के जूनियर डॉक्टर कार्तिकेय श्रीवास्तव की मौत के मामले में अब एक नया मोड़ आ गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि कार्तिकेय की मौत जहरीले इंजेक्शन नहीं, बल्कि दम घुटने से हुई थी। इसके साथ ही मृतक कार्तिकेय की बहन ने तीन डॉक्टरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। कार्तिकेय का शव SRN की पार्किंग में उसकी कार में ही मिला था। शव के पास में ही कार की बगल वाली सीट पर नियुवेक नामक इंजेक्शन की खाली शीशी और निडल रखी थी। इस वजह से आशंका जताई गई थी कि डॉक्टर ने खुद ही अपने हाथ में इंजेक्शन लगाया होगा।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आने के बाद इस बात की आशंका गहरा गई है कि हत्या के बाद कार्तिकेय को कार में बैठाकर SRN की पार्किंग में लाया गया। इसके बाद नियुवेक इंजेक्शन की खाली शीशी और निडल रखी गई ताकि इसे आत्महत्या का रूप दिया जा सके।
मृतक डॉक्टर की बहन अदिति श्रीवास्तव ने कोतवाली में कार्तिकेय के सीनियर शिवम गुप्ता, SRN के एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टर सचिन यादव और कार्तिकेय की पुरानी दोस्त अनामिका के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। कार्तिकेय की बहन के मुताबिक इस मौत के जिम्मेदार यही तीनों हैं। पुलिस ने धारा 103 के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। उधर पोस्ट मार्टम रिपोर्ट से भी मामला संदिग्ध हो गया है। पोस्ट मार्टम में दम घुटने से मौत की रिपोर्ट आई है । हालांकि पोस्टमार्टम के बाद विसरा प्रिजर्व कर लिया गया है, जिसकी जांच होगी। पुलिस फौरी तौर पर तो इसे आत्महत्या मांन रही है, लेकिन मृतक के परिवार के आरोपो की भी जांच की जा रही है।
पुलिस को दी गई शिकायत में कार्तिकेय की बहन ने उसके सीनियर शिवम गुप्ता पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उसने तहरीर में लिखा है कि शिवम उसके भाई को लगातार प्रताड़ित करता था। जब ये शिकायत अर्थों डिपार्टमेंट के सचिन यादव से कार्तिकेय ने की तो सचिन ने शिवम का ही साथ दिया और कोई कार्रवाई नहीं की। तहरीर में मृतक की बहन ने लिखा कि नेत्र विभाग में अनामिका नाम की लड़की से मेरे भाई की दोस्ती थी, लेकिन एक साल से वो भी उससे बात नहीं करती थी। मेरे भाई कार्तिकेय ने जब उससे कारण पूछा तो उसने मेरे भाई को अपमानित किया था। कार्तिकेय की बहन ने ये भी आशंका जताई है कि उसके भाई को अनामिका का बॉय फ्रेंड भी रास्ते से हटाने के लिए ये कदम उठा सकता है। पुलिस ने कार्तिकेय की बहन की तहरीर पर तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। अब विसरा की जांच रिपोर्ट और सम्बंधित लोगों से पूछ ताछ के बाद ही कार्तिकेय की मौत के रहस्य से पर्दा उठेगा।