‘राहुल गांधी पर देशद्रोह का मुकदमा चलना चाहिए’, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का बड़ा बयान

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‘राहुल गांधी पर देशद्रोह का मुकदमा चलना चाहिए’, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का बड़ा बयान
केंद्रीय मंत्री और भाजपा सांसद गिरिराज सिंह कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर बड़ा हमला बोला है। गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी द्वारा अमेरिका में दिए गए बयानों को लेकर देशद्रोह का मुकदमा चलाने की सलाह तक दे दी है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अमेरिका के दौरे पर एक कार्यक्रम में भारत को लेकर कई बयान दिए हैं। राहुल गांधी ने देश की राजनीति, अर्थव्यवस्था और रोजगार के मुद्दों पर बात की है। राहुल ने कहा है कि भारतीय राजनीति में प्यार, सम्मान और विनम्रता गायब है। वहीं, राहुल ने रोजगार के मसले पर चीन की तारीफ भी की है। अब राहुल के इन बयानों पर भाजपा नेता गिरिराज सिंह ने बड़ा हमला किया है। उन्होंने कहा है कि राहुल गांधी पर देशद्रोह का मुकदमा चलाना चाहिए।कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा टेक्सास में दिए गए बयान पर केंद्रीय मंत्री और भाजपा सांसद गिरिराज सिंह भड़क गए हैं। उन्होंने कहा है कि राहुल गांधी भारत के बाहर जाकर भारत को ही गाली दे रहे हैं, चीन की तारीफ कर रहे हैं। लगता है कि वे चीन के पैसों पर ही पल रहे हैं तभी वे बाहर जाकर चीन का प्रचार कर रहे हैं। ऐसे लोगों पर देशद्रोह का मुकदमा चलाना चाहिए जो भारत के बाहर जाकर भारत की निंदा करते हैं और दुश्मन देशों की तारीफ करते हैं।टेक्सास में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा है कि पश्चिमी देशों में रोजगार की समस्या है। भारत में रोजगार की समस्या है लेकिन दुनिया के कई देशों में रोजगार की समस्या नहीं है। राहुल ने कहा कि चीन में निश्चित रूप से रोजगार की समस्या नहीं है। वियतनाम में रोजगार की समस्या नहीं है। दुनिया में ऐसे कई स्थान हैं जो बेरोजगारी से नहीं जूझ रहे हैं। चीन वैश्विक उत्पादन पर हावी हो रहा है। पश्चिम, अमेरिका, यूरोप और भारत ने उत्पादन का विचार छोड़ दिया है और उन्होंने इसे चीन को सौंप दिया है।भारतीय राजनीति में प्यार, सम्मान और विनम्रता गायब- राहुल
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय राजनीति में प्यार, सम्मान और विनम्रता गायब है। राहुल गांधी ने कहा कि आरएसएस का मानना ​​है कि भारत एक विचार है और हमारा मानना ​​है कि भारत विचारों की बहुलता है। हमारा मानना ​​है कि इसमें सभी को शामिल होने की अनुमति दी जानी चाहिए, सपने देखने की अनुमति दी जानी चाहिए और उनकी जाति, भाषा, धर्म, परंपरा या इतिहास की परवाह किए बिना उन्हें जगह दी जानी चाहिए।