‘राम और राष्ट्र से कोई समझौता नहीं’, कांग्रेस से निकाले जाने पर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने दी कड़ी प्रतिक्रिया
कांग्रेस पार्टी ने आचार्य प्रमोद कृष्णम को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है। इस बीच अब आचार्य प्रमोद कृष्णम से बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि राम और राष्ट्र के नाम से कोई समझौता नहीं करेंगे।
कांग्रेस पार्टी ने प्रमोद कृष्णम को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। इसके बाद अब आचार्य प्रमोद कृष्णम की पहली और कड़ी प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कांग्रेस को दो टूक सुनाते हुए अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर एक पोस्ट शेयर किया है। उन्होंने लिखा, ‘राम और राष्ट्र पर समझौता नहीं किया जा सकता है।’ इसके लिए साथ ही प्रमोद कृष्णम ने इस पोस्ट में राहुल गांधी को भी टैग किया है। बता दें कि बीते दिनों आचार्य प्रमोद कृष्णम ने पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद उन्होंने पीएम मोदी के साथ मीटिंग की तस्वीरों को भी शेयर किया और ट्विटर पर एक पोस्ट भी शेयर किया, जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री की खूब तारीफ भी की।
इसी कारण कांग्रेस ने प्रमोद कृष्णम को तत्काल प्रभाव से 6 साल के लिए पार्टी से निकाल दिया है। इस बाबत शनिवार को पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल ने आदेश भी जारी किया। बता दें कि आचार्य प्रमोद कृष्णम को अनुशासनहीनता की शिकायतों और पार्टी के खिलाफ बार-बार बयानबाजी करने के आधार पर कार्रवाई करते हुए पार्टी से निकाला गया है। कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रमोद कृष्णम को पार्टी से बाहर निकालने के लिए उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। बता दें कि पीएम मोदी से मुलाकात के दौरान आचार्य प्रमोद कृष्णम ने पीएम मोदी को 19 फरवरी को कल्कि धाम के शिलान्यास समारोह का भी निमंत्रण भी दिया था।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने इस बाहत कहा कि आचार्य प्रमोद कृष्णम बहुत दिनों से पूरी कोशिश कर रहे थे कि वह इतना खिलाफ बोले, इतनी गालियां दें कि कांग्रेस पार्टी उनसे पिछा छुड़ा ले। मुझे उम्मीद है कि वह जहां गए हैं और जिस उम्मीद में गए हैं वहां उनकी उम्मीद पूरी नहीं होने वाली है। वहीं भाजपा नेता मनोज तिवारी ने इस बाबत बयान देते हुए कहा कि प्रमोद कृष्णम ऐसी शख्सियत हैं जो समाज उपयोगी कोई बात होती है तो वह कह देते हैं। उन्होंने राहुल गांधी जी के बारे में कई ऐसी बातें कहीं जो समझाने वाली थीं।