7 साल बाद एस्टेरॉयड सैंपल लेकर लौटा NASA का कैप्सूल, खोलेगा सूरज और ग्रहों के गहरे रहस्य!
नासा ने OSIRIS-REx मिशन को सात साल पहले लॉन्च किया था एस्टेरॉयड के नमूने के साथ उटा रेगिस्तान में उतरा है। इससे सूर्य और ग्रहों के बारे में कई तरह की जानकारियां मिल सकती हैं। देखें वीडियो-
अंतरिक्ष की अतल गहराइयों से क्षुद्रग्रह नमूनों को लेकर नासा का पहला अंतरिक्ष कैप्सूल सात साल की यात्रा पूरी कर रविवार को उटा रेगिस्तान में उतरा। पृथ्वी के पास से गुजरते हुए, ओसिरिस-रेक्स अंतरिक्ष यान ने कैप्सूल को 63,000 मील (100,000 किलोमीटर) दूर से छोड़ा गया। लगभग चार घंटे बाद यह कैप्सूल पैराशूट के जरिये सेना के उटा परीक्षण एवं प्रशिक्षण रेंज में उतर गया। वैज्ञानिकों को बेन्नू नामक कार्बन-समृद्ध क्षुद्रग्रह से कम से कम एक कप मलबा मिलने का अनुमान है। हालांकि, जब तक कंटेनर को खोला नहीं जाता, उसमें मिलने वाली सामग्री के बारे में पुष्ट तरीके से कुछ भी नहीं कहा जा सकता है। क्षुद्रग्रह के नमूने वापस लाने वाला एकमात्र अन्य देश जापान दो क्षुद्रग्रह मिशन से केवल एक चम्मच मलबा ही एकत्र कर सका था।
रविवार को पहुंचे क्षुद्रग्रह के नमूनों के अध्ययन से वैज्ञानिकों को 4.5 अरब साल पहले हमारे सौर मंडल की शुरुआत के संबंध में और बेहतर ढंग से यह समझने में मदद मिलेगी कि पृथ्वी और जीवन ने कैसे आकार लिया । ओसिरिस-रेक्स अंतरिक्ष यान ने 2016 में अपना मिशन शुरू किया था और इसने बेन्नू नामक क्षुद्रग्रह के नजदीक पहुंचकर 2020 में नमूने एकत्र किए थे। इन नमूनों को सोमवार को ह्यूस्टन स्थित नासा के जॉनसन अंतरिक्ष केंद्र में ले जाया जाएगा।
नासा ने कहा है कि #OSIRISREx नमूना रिटर्न कैप्सूल जिसमें क्षुद्रग्रह बेन्नु से अंतरिक्ष में एकत्र चट्टान और धूल शामिल है, यूटा में अस्थायी स्वच्छ कक्ष में पहुंच गया है। 4.5 अरब साल पुराना नमूना जल्द ही भेजा जाएगा