आयुर्वेद में इन पत्तों को ‘जादुई दवा’ कहते हैं, इस्तेमाल से जोड़ों का दर्द होता है गायब
पत्थरचट्टा के फायदे: पत्थरचट्टा (Patharchatta) आयुर्वेद में कई बीमारियों का हल माना जाता है। आइए जानते हैं आप इनका इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं।
पत्थरचट्टा के फायदे: पत्थरचट्टा (Patharchatta) आयुर्वेद में कई बीमारियों का हल है। दरअसल, इन पत्तियों का कई प्रकार से इस्तेमाल किया जाता है। पत्थरचट्टा एंटीइंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर है जो कि शरीर में कई प्रकार के दर्द को कम करने में मदद कर सकता है। इसके अलावा ये पेट की पथरी को भी कम करने में मददगार है। इसका ड्यूरेटिक गुण आपके शरीर के टॉक्सिन को पेशाब के साथ फ्लश ऑउट कर देता है और पेट व आंतों के काम काज को बेहतर बनाता है। लेकिन, आज हम सिर्फ जोड़ों के दर्द में इसके इस्तेमाल और फायदे की बात करेंगे। कैसे, जानते हैं।
जोड़ों के दर्द में कैसे कारगर है पत्थरचट्टा
जोड़ों के दर्द में पत्थरचट्टा का इस्तेमाल कई प्रकार से फायदेमंद है। ये असल में एंटीइंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर है जो कि हड्डियों के दर्द को कम करता है और सूजन में कमी ला सकता है। इसके अलावा ये हड्डियों को अंदर से मजबूत बनाता है और इनके काम काज को बेहतर करता है। साथ ही इसके टिशूज को हेल्दी रखता है और इस दर्द में कमी लाता है।
जोड़ों के दर्द के लिए पत्थरचट्टा का इस्तेमाल कैसे करें
1. पत्थरचट्टा का पानी पिएं
जोड़ों के दर्द के लिए आप पत्थरचट्टा का कई प्रकार से इस्तेमाल कर सकते हैं जिसमें से एक है इसका पानी। दरअसल, पत्थरचट्टा के पत्तियों को पानी में उबाल लें और फिर इसे पानी में नमक मिलाकर इसका सेवन करें। आप इसका काढ़ा बनाकर भी पी सकते हैं जो कि जोड़ों के दर्द को कम करने में मदद कर सकता है क्योंकि ये शरीर की ताप बढ़ाता है और सूजन को कम करता है।
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2. पत्थरचट्टा का लेप लगाएं
पत्थरचट्टा का लेप, हड्डियों के दर्द और सूजन को तेजी से कम कर सकता है। आपको करना ये है कि पत्थरचट्टा को पीसकर और इसमें हल्दी मिलाकर इसका लेप तैयार कर लें और फिर इसे अपने जोड़ों पर लगाएं और हल्के हाथों से मालिश करें। इसे कुछ देर के लिए ऐसे ही छोड़ दें। रोजाना दिन में तीन बार इसे ऐसे ही लगाएं। ये हड्डियों की सेहत के लिए फायदेमंद है।