बॉडी से प्यूरिन को फ्लश ऑउट कर देता है लौकी का जूस, बस पीते समय रखें इन बातों का ध्यान
यूरिक एसिड की समस्या में लौकी का जूस पीना शरीर के टॉक्सिन को बाहर निकालने में मदद कर सकता है। साथ ही ये जोड़ों के लिए भी फायदेमंद है। कैसे, जानते हैं।
लौकी के जूस में विटामिन सी, विटामिन बी, विटामिन के, विटामिन ए, विटामिन ई, आयरन, फोलेट, पोटेशियम और मैंगनीज जैसे महत्वपूर्ण विटामिन और खनिज होते हैं। ये तमाम तत्व आपको हड्डियों से जुड़ी समस्याओं से बचाव में मदद करते हैं। लेकिन, आज हम यूरिक एसिड में लौकी का जूस पीने की बात करेंगे। जी हां, यूरिक एसिड की समस्या में बॉडी को सबसे पहले यूरिया को फ्लश ऑउट करना होता है। दूसरा प्रोटीन से निकलने वाले प्यूरिन को कम करने की कोशिश करनी होती है। ऐसी स्थिति में लौकी जूस पीना फायदेमंद हो सकता है। कैसे, जानते हैं।
यूरिक एसिड में लौकी का जूस पीने के फायदे-
1. बॉडी डिटॉक्सीफाइर है लौकी का जूस
लौकी के जूस में डिटॉक्सीफाइंग गुण होता है। ये आपके शरीर में जाकर वेस्ट प्रोडक्ट और टॉक्सिन तो कम करने में मदद करता है। ये असल में दो तरीके से काम करता है। पहले ये आपका मेटाबोलिक रेट बढ़ाता है और दूसरा ये शरीर का बॉवेल मूवमेंट सही करता है। इस तरह से ये बॉडी डिटॉक्स करने में आसानी से मदद करता है।
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2. गाउट की समस्या से बचाव में मददगार
गाउट की समस्या तब होती है जब प्यूरिन के क्रिस्टल आपकी हड्डियों से चिपकने लगते हैं। ऐसे में लौकी का जूस पीना इस समस्या को कम करने में मदद कर सकता है। ये प्यूरिक के क्रिस्टल्स को बनने से रोकता है और गाउट की समस्या में कमी लाता है। इस तरह ये हाई यूरिक एसिड वाले लोगों के लिए फायदेमंद है।
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लौकी का जूस पीते समय ध्यान रखें ये बातें
लौकी का जूस पीते समय आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। जैसे कि पहले तो आपको लौकी का जूस बस 1 बार 1 गिलास पीना है। दूसरा कच्चे लौकी का जूस नहीं पीना है। आपको लौकी को उबाल कर और इसे दरदरा पानी जैसा बना कर नमक मिला कर लेना है। ताकि, ये शरीर को किसी भी प्रकार का नुकसान न पहुंचाए और आप यूरिक एसिड की समस्या से बचे रहें।